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सोना पहुंचा 4,100 डॉलर के पार, व्यापारिक टकराव और फेड रेट कटौती की उम्मीदों ने बढ़ाई मांग

इस साल सोने की कीमतों में अब तक 57 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। सोमवार को पहली बार यह 4,100 डॉलर का अहम स्तर पार कर गया

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एजेंसियां   
Last Updated- October 14, 2025 | 9:54 PM IST

मंगलवार को सोने की कीमतें 4,100 डॉलर से ऊपर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गईं। इसकी मुख्य वजह इस महीने अमेरिकी फेडरल रिजर्व की दरों में कटौती की बढ़ती उम्मीदें और दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच नए सिरे से व्यापारिक टकराव के बाद सुरक्षित निवेश की बढ़ती मांग है।

11.38 बजे तक हाजिर सोना 0.5 फीसदी बढ़कर 4,129.16 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया। सत्र के शुरू में यह 4,179.48 डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था। दिसंबर डिलिवरी के लिए अमेरिकी सोना वायदा 0.4 प्रतिशत बढ़कर 4,147.10 डॉलर हो गया।

इस साल सोने की कीमतों में अब तक 57 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। सोमवार को पहली बार यह 4,100 डॉलर का अहम स्तर पार कर गया। भू-राजनीतिक और आर्थिक अनिश्चितताओं, ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों, केंद्रीय बैंकों की मजबूत खरीदारी और एक्सचेंज-ट्रेडेड फंडों में शानदार निवेश आने की वजह से यह बढ़त हासिल हुई है।

नेमो डॉट मनी के मुख्य बाजार विश्लेषक हान टैन ने कहा, ‘वैश्विक व्यापार टकराव की नई चिंताओं ने सोने को 4,100 डॉलर के मनोवैज्ञानिक स्तर से ऊपर पहुंचा दिया है।’ अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसंट ने सोमवार को कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप अक्टूबर के अंत में दक्षिण कोरिया में चीनी नेता शी चिनफिंग से मिलने के लिए तैयार हैं।

हालांकि अमेरिका और चीन के बीच व्यापार वार्ता तेज हो गई है। लेकिन दोनों देश समुद्री शिपिंग कंपनियों पर बंदरगाह शुल्क लगाना शुरू कर देंगे जो हॉलिडे टॉय से लेकर कच्चे तेल तक सब कुछ पहुंचाती हैं। बैंक ऑफ अमेरिका और सोसियाते जेनेराली के विश्लेषकों का अनुमान है कि 2026 में सोना 5,000 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच जाएगा।

सोने और हाजिर बाजार की तंगी को समर्थन देने वाले इन्हीं कारकों की वजह से हाजिर चांदी 1.6 फीसदी गिरकर 51.49 डॉलर प्रति औंस पर आ गई। इससे पहले यह 53.60 डॉलर के रिकॉर्ड ऊंचे स्तर पर पहुंच गई थी।

First Published : October 14, 2025 | 9:49 PM IST