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‘कच्चे तेल के उत्पादन में कमी हो’

Last Updated- December 08, 2022 | 12:45 AM IST

कच्चे तेल के भाव में हुए उल्लेखनीय कमी को देखते हुए ओपेक अध्यक्ष और अल्जीरियाई ऊर्जा मंत्री चकीब खलील ने कहा है कि ओपेक को तेल उत्पादन में खासी कटौती करनी चाहिए।


गौरतलब है कि वैश्विक आर्थिक संकट के चलते तेल की मांग और कीमतों के घटने से पैदा हुई स्थितियों पर विचार करने के लिए ओपेक अगले हफ्ते वियना में एक आपात बैठक करने जा रहा है।

खलील ने कहा कि अगली आपात बैठक में ओपेक तेल उत्पादन में खासी कटौती की घोषणा कर सकता है। तेल की मांग और आपूर्ति में संतुलन बिठाने के लिए ओपेक का यह कदम इस लिहाज से खासा महत्वपूर्ण माना जा रहा है। खलील ने यह बात शनिवार को अल्जीयर्स में कही।

मालूम हो कि पहले नवंबर में ओपेके की सामान्य बैठक होनी तय थी। खलील ने बताया कि कच्चे तेल का उत्पादन 15-20 लाख बैरल रोजाना घटाया जा सकता है। बकौल खलील ओपेक चाहता है कि 2009 की पहली छमाही तक कच्चे तेल की कीमतें स्थिर बनी रहे। इसकी कीमत न तो बहुत ज्यादा हो और न ही बहुत कम।

कुल मिलाकर कच्चा तेल 70 से 90 डॉलर प्रति बैरल के बीच मंडराता रहे। तेल की मांग घटने की मुख्य वजह अमेरिका जैसे बड़े बाजारों में कच्चे तेल की खपत में रोजाना 30 लाख टन की कमी होना है।

इस बीच ओपेक के दूसरे सबसे बड़े तेल निर्यातक देश ईरान ने तेल की वैश्विक मांग में कमी के मद्देनजर शनिवार को खासी कमी की घोषणा की। इस साल 11 जुलाई को कच्चे तेल ने 147 डॉलर प्रति बैरल की सीमा को  पार कर लिया था लेकिन आर्थिक संकट ने तेल की कीमत को 70 डॉलर प्रति बैरल तक ढकेल दिया है।

First Published - October 20, 2008 | 1:12 AM IST

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