बैंकों में लोगों का विश्वास बहाल करने के लिए दुनिया भर की सरकारों के सक्रिय हो उठने से सोमवार को कच्चे तेल पर असर दिखा।
पिछले साल भर के न्यूनतम स्तर तक पहुंचने के बाद कच्चे तेल में फिर तेजी दिखी और भाव 3.70 डॉलर की मजबूती के साथ 81 डॉलर प्रति बैरल को पार कर गया। नवंबर अनुबंध वाला यूएस कच्चा तेल 3.70 डॉलर की मजबूती के साथ 81.40 डॉलर तक पहुंच गया है।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को कच्चा तेल पिछले साल भर के न्यूनतम स्तर 77.70 डॉलर प्रति बैरल तक लुढ़क गया था। इस तरह महज तीन महीने में ही कच्चा तेल 50 फीसदी से ज्यादा लुढ़क चुका है।
एक जिंस विश्लेषक के मुताबिक, पिछले हफ्ते अर्थव्यवस्था की दशा सुधारने के लिए बैंकों द्वारा उठाए गए कदम का सकारात्मक असर बाजार पर दिखा है। इस बीच निवेश बैंक गोल्डमैन सैक्स ने कहा है कि मौजूदा वित्तीय संकट ने अपना काम कर दिया है।
मौजूदा संकट से बाजार को जो नुकसान पहुंचा है उससे उबरना आसान नहीं है। इस निवेश बैंक ने सोमवार को आशंका जतायी कि यदि आर्थिक संकट गहराया तो मांग घटने से कच्चा तेल एक बार फिर 50 डॉलर तक पहुंच सकता है। बैंक की कमोडिटी मार्केट रिसर्च टीम ने कहा कि हमलोगों ने आर्थिक संकट के असर और इसकी अवधि को कम करके आंका है।