कम आपूर्ति के दबाव से कच्चे तेल की कीमत बढ़ी

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 05, 2022 | 5:09 PM IST

कच्चे तेल की कीमत में  लगातार दूसरे दिन बढ़ोतरी दर्ज की गई। माना जा रहा है कि गैसोलिन के स्टॉक में गिरावट के कारण कच्चे तेल में तेजी आई है।


ब्लूमबर्ग के सर्वे के मुताबिक अमेरिका में गैसोलाइन के स्टॉक में गत सप्ताह 0.5 फीसदी की कमी दर्ज की गई  है। यानी कि इसमें 1.15 मिलियन बैरल की कमी आई है। न्यू यॉर्क मुख्य सौदे का मई आपूर्ति वाला लाइट स्वीट कच्चा तेल 63 सेंट चढ़कर 101 . 85 डॉलर प्रति बैरल हो गया। लंदन में मई आपूर्ति वाला ब्रेंट नार्थ सी कच्चा तेल 46 सेंट चढ़कर 101 . 06 डॉलर प्रति बैरल हो गया।


वियना स्थित जेबीसी एनर्जी के इशानउल हक ने कच्चे तेल की बढ़ती कीमत पर टिप्पणी करते हुए कहा कि बाजार इसके स्टॉक डाटा का इंतजार कर रहा है। गैसोलाइन की मांग इस सप्ताह कुछ कमजोर नजर आ रही है। मई महीने के लिए कच्चे तेल की डिलीवरी के लिए इसकी कीमत में  78 सेंट्स या 0.8 फीसदी की तेजी देखी गई।


17 मार्च को कच्चे तेल की कीमत में 9 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी और इसकी कीमत 111.80 प्रति बैरल के स्तर पर  पहुंच गई थी। जानकारों का मानना है कि दक्षिणी इराक में चल रही लड़ाई से भी कच्चे तेल की आपूर्ति प्रभावित हो रही है।

First Published : March 27, 2008 | 1:12 AM IST