धनतेरस के बाद बड़े पर्व अक्षय तृतीया को मुंबई सहित देश भर के बाजारो से सोने-चांदी के आभूषणों की जमकर खरीद हुई। महंगा सोना और देश में लागू आचार संहिता के बावजूद ज्वैलर्स के यहां ग्राहकों की कोई कमी नहीं है।
मुंबई में बिक्री पिछले साल के अपेक्षा अधिक रहने का अनुमान है हालांकि देश में कुल बिक्री थोड़ी कम होने का अनुमान है क्योंकि चुनावी आचार संहिता के कारण नकदी लेकर चलने में लोगों को मुश्किलों का सामना करना का भय सता रहा है। ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए ज्वैलर्स लुभावने ऑफर भी दे रहे हैं। सोना में निवेश करने वालों को पिछले एक साल में सोना में करीब 20 फीसदी और चांदी में करीब 13 फीसदी फायदा हुआ।
ऑल इण्डिया ज्वैलर्स एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज अरोरा ने कहा की सोने चांदी की बढ़ी कीमतें और देश में वर्तमान में चल रहे लोकसभा चुनाव के कारण देश के सर्राफा बाजारों में बिक्री को प्रभावित किया है। पिछले वर्ष सोने का भाव 60 हजार रुपए प्रति 10 ग्राम था जो कि इस बार 72 हजार को पार कर गया है। ऐसे में कुल बिक्री इस बार पिछली बार की अपेक्षा 20 फीसदी रहने का अनुमान है। यानी सर्राफा में इस बार कुल बुलियन सिक्के और आभूषण सहित 5 टन सोने की बिक्री यानी करीब 3600 करोड़ और 200 टन चांदी लगभग 1640 करोड़ की बिक्री का अनुमान है ।
एआईजेजीएफ के राष्ट्रीय महामंत्री नितिन केडिया ने बताया पिछले वर्ष मुंबई में ही करीब 300 किलो सोने की बिक्री यानी 216 करोड़ और चांदी की पिछले वर्ष में 1700 किलो यानी 14 करोड़ की बिक्री हुई थी जबकि पिछले वर्ष चांदी का भाव 75 हजार था और इस वर्ष 83 हजार है। AIJGF भविष्य में चुनाव आयोग से नकदी के स्थानांतरण की सीमा 50 हजार से बढ़ाए जाने की मांग करेगा क्योंकि भविष्य में बहुमूल्य धातुओं के भाव और बढ़ेंगे ।
मुंबई ज्वैलर्स एसोसिएशन के कुमार जैन कहते हैं कि मुंबई में ग्राहकों की कोई कमी नहीं है। ग्राहकों के उत्साह को देखकर हम कह सकते हैं कि इस बार पिछले साल के अपेक्षा 20 फीसदी बिक्री अधिक होगी। गोल्ड ज्वैलरी की बिक्री इस बार 25 टन तक जाने का अनुमान है। कीमतें अधिक होने की वजह से बाजारों में हल्की ज्वैलरी की मांग अधिक है। दुकानदारों के पास अच्छा कलेक्शन मौजूद है साथ ही बाजारों में कई आकर्षक योजनाओं की भी धूम है।
कॉन्फेडैरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) महाराष्ट्र प्रदेश के महामंत्री शंकर ठक्कर ने कहा की देश में लोकसभा चुनाव के वजह से लगी आचार संहिता भी सर्राफा व्यापार को प्रभावित कर रही है क्योंकि महिलाएं वर्ष भर नकद बचत कर अक्षय तृतीया पर आभूषण खरीदती है जिसकी कोई लिखा पढ़ी नही होती आचार संहिता में 50 हजार से अधिक नकदी के स्थानांतरण पर प्रतिबंध है जिसके कारण भी ग्राहक चेकिंग के डर से बाजार आने को कतरा रहा है जबकि बढ़े भाव की वजह से 50 हजार में आज 7 ग्राम सोना भी नही आता है।
सोना निवेशकों के लिए हमेंशा एक बेहतरीन विकल्प रहा है। इस बार सोने में निवेश करने वालों को बेहतरीन रिटर्न मिला। पिछले साल अक्षय तृतीया 22 अप्रैल को थी और सोने की कीमत प्रति 10 ग्राम 60373 रुपये थी। इस बार अक्षय तृतीया में सोना के दाम करीब 20 फीसदी बढ़कर 72342 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई।
सोने के साथ चांदी में निवेश करने वालों को मोटा मुनाफा हुआ है। पिछले साल अक्षय तृतीया के दिन चांदी 74773 रुपये प्रति किलोग्राम थी जो साल भर में 13 फीसदी बढ़कर 84512 रुपये में पहुंच गई। यानी सोना और चांदी में निवेश करने वालों को इस साल बेहतरीन रिटर्न प्राप्त हुआ है।
अक्षय तृतीया पर ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए ज्वैलर्स खास लुभावने ऑफर्स भी दे रहे हैं। लगभग सभी छोटे बड़े ब्रांड अपने ग्राहकों को छूट का ऑफर लेकर आए हैं। सोने के आभूषणों खरीदने वालों को मेकिंग चार्ज पर 50 फीसदी तक की छूट और डायमंड जूलरी पर 25 फीसदी तक की छूट जैसे लुभावने ऑफर बाजार में देखने को मिले। इसके अलावा ईएमआई पर भी ज्वैलरी खरीदने का विकल्प ज्वैलर्स मुहैया कर रहे हैं।
मालाबार गोल्ड गोल्ड ज्वैलरी और डायमंड मेकिंग चार्ज पर 25 फीसदी की छूट दे रहा है। मेलोरा ज्वैलरी ब्रांड भी मेकिंग चार्ज में 25 फीसदी छूट का ऑफर लागू किया है। ओरा की ओर से डायमंड जूलरी पर 25 फीसदी और मेकिंग चार्ज पर 50 फीसदी की छूट दी जा रही है। यहां पर नो कॉस्ट ईएमआई का भी ऑप्शन दिया जा रहा है।
पीसी ज्वैलर की ओर से डॉयमंड जूलरी पर 35 फीसदी का डिस्काउंट दिया जा रहा है। कल्याण ज्वैलर्स मेकिंग चार्ज पर 25 फीसदी का डिस्काउंट ऑफर कर रहा है। इसके अलावा ग्राहकों को खरीदारी के लिए प्रोत्साहित करने के लिए कई बैंकों की कैश बैक भी दे रहे हैं।