वर्ष 2007-08 के दौरान रत्न व आभूषण के क्षेत्र के निर्यात में दो अंकों में हुई बढ़ोतरी ने तमाम नकारात्मक अटकलों को झुठला दिया है।
रुपये में मजबूती, विश्व स्तर पर आर्थिक विकास दर में कमी, जीएसपी प्रणाली में नरमी व अमेरिकी सरकार द्वारा रत्न निर्यातकों को राहत देने के बावजूद भारत के रत्न व आभूषण निर्यात में बढ़ोतरी दर्ज की गयी।
वर्ष 2007-08 के दौरान रत्न व आभूषण के कुल निर्यात में वर्ष 2006-07 के मुकाबले 22.27 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गयी। 2007-08 वित्तीय वर्ष में कुल निर्यात 20.89 बिलियन डॉलर यानी कि 84,058.19 करोड़ रुपये का रहा तो 06-07 के दौरान यह 17.1 बिलियन डॉलर यानी कि 77,100.12 करोड़ रुपये का रहा।
वित्तीय वर्ष 2007-08 में सोने के आभूषण के निर्यात में 8.07 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गयी। इस दौरान यह निर्यात 5,622.41 मिलियन डॉलर का रहा तो वर्ष 2006-07 के दौरान यह 5,202 मिलियन डॉलर का था।
वर्ष 2006-07 के दौरान रंगीन रत्नपत्थर का निर्यात 246.4 मिलियन डॉलर का रहा तो 2007-08 में यह बढ़कर 276.42 मिलियन डॉलर का हो गया।
कट एंड पॉलिस्ड डायमंड के मामले में भारत से सबसे अधिक निर्यात चीन को होने लगा है। पहले अमेरिका इसका सबसे बड़ा आयातक था। भारत से कुल निर्यात का 35 फीसदी हिस्सा चीन को हो रहा है।
भारत से आयात करने के मामले में 24 फीसदी हिस्सेदारी के साथ अमेरिका दूसरे नंबर पर है तो 13 फीसदी की हिस्सेदारी के साथ यूएई तीसरे नंबर पर है।