कपास के शीर्ष उत्पादक गुजरात में इस सीजन में अब तक महज 26 लाख गांठों की आवक हुई है। पिछले साल की समान अवधि की तुलना में यह 35 फीसदी कम है।
मालूम हो कि पिछले साल इस दौरान 40 लाख गांठों की आवक हुई थी। कपास का कारोबार करने वाली अहमदाबाद की अग्रणी संस्था अरुण दलाल एंड कंपनी के अरुण दलाल ने बताया कि राज्य में कपास की आवक 26 लाख गांठ रही है।
वहीं भारतीय कपास निगम ने इसमें से करीब 3.40 लाख गांठों की खरीद की है। दूसरी ओर देश के विभिन्न बाजारों में कपास की अब तक कुल आवक 1.7 करोड़ गांठों की हो चुकी है और न्यूनतम समर्थन मूल्य पर भारतीय कपास निगम ने इनमें से 40 लाख गांठों की खरीद कर ली है। इस बीच, गुजरात में शंकर-6 किस्म की कीमत स्थिर होती प्रतीत होती दिख रही है।
केंद्रीय गुजरात कॉटन डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष किशोर शाह ने कहा, ”पिछले दो हफ्ते से कपास की कीमतें प्राय: 21,500 से 22,000 रुपये प्रति कैंडी के बीच बनी हुई है।”
अरुण दलाल ने बताया कि कपड़ा मिलों, ओटाई मिलों और कपास कारोबारियों की ओर से हुई सीमित खरीदारी के चलते कीमतें स्थिर बनी हुई है। कपास की ऊंची कीमतों के चलते कपड़ा उद्योग कपास का भंडारण करने से बच रहा है।