facebookmetapixel
भारत-अमेरिका ट्रेड डील जल्द होगी सकती है फाइनल, ट्रंप ने दिए संकेत; कहा – पीएम मोदी से शानदार रिश्तेटाटा मोटर्स CV के शेयर 12 नवंबर को होंगे लिस्ट, डिमर्जर के बाद नया सफर शुरूStock Market Today: ट्रंप के बयान के बाद Gift Nifty में उछाल, कैसे रहेगी शेयर बाजार की चाल?Delhi Red Fort Blast: देशभर में हाई अलर्ट! यूपी-महाराष्ट्र-गुजरात में बढ़ी सुरक्षा, शाह बोले- हर एंगल से जांच जारी; UAPA के तहत मामला दर्जStocks To Watch Today: Vodafone, Tata Motors, Bajaj Finance समेत इन स्टॉक्स पर रहेगी निवेशकों की नजर; चेक करें लिस्टहाई स्ट्रीट में मॉल से भी तेज बढ़ा किराया, दुकानदार प्रीमियम लोकेशन के लिए दे रहे ज्यादा रकमत्योहारों में ऑनलाइन रिटर्न्स में तेजी, रिवर्स लॉजिस्टिक्स कंपनियों ने 25% से ज्यादा वृद्धि दर्ज कीबिहार विधानसभा चुनाव में धनकुबेर उम्मीदवारों की बाढ़, दूसरे चरण में 43% प्रत्याशी करोड़पतिबिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण की वोटिंग मंगलवार को, नीतीश सरकार के कई मंत्रियों की किस्मत दांव परफूड कंपनियों की कमाई में क्विक कॉमर्स का बढ़ा योगदान, हर तिमाही 50-100% की ग्रोथ

Budget 2023: FICCI ने एल्युमीनियम, इसके उत्पादों पर इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाने की मांग की

Last Updated- January 19, 2023 | 6:39 PM IST
FICCI

उद्योग मंडल फिक्की (FICCI) ने आगामी बजट 2023-24 (Budget 2023-24) में एल्युमीनियम और उसके उत्पादों पर आयात शुल्क बढ़ाकर कम से कम 12.5 प्रतिशत करने की मांग की है।

फिक्की ने एक बयान में कहा कि इससे एल्युमीनियम उत्पादों को फेंके जाने पर लगाम लगने के साथ-साथ घरेलू उत्पादकों की वृद्धि और पुनर्चक्रण को बढ़ावा मिलेगा। एल्युमीनियम और इसके उत्पादों पर मौजूदा आयात शुल्क 10 प्रतिशत है।

फिक्की ने एक बयान में कहा कि हालांकि, हालिया वर्षों में खराब गुणवत्ता के एल्युमीनियम उत्पादों के विशेष रूप से चीन से आयात में वृद्धि हुई है।

इसके अलावा भारत में अमेरिका, ब्रिटेन, मलेशिया और पश्चिम एशिया से भी एल्युमीनियम का आयात होता है। इनमें से कई देश अपने घरेलू उद्योगों को कम ब्याज दरों पर ऋण और सस्ती बिजली जैसी छूट और लाभ देकर फायदा पहुंचाते हैं। वर्तमान में भारत की लगभग 60 प्रतिशत एल्युमीनियम मांग की आपूर्ति आयात से हो रही है।

फिक्की ने घरेलू विनिर्माताओं को बढ़ावा देने और आयात में कमी लाने के लिए कई प्रमुख पदार्थों पर उल्टे शुल्क ढांचे को तर्कसंगत करने की भी मांग की है। उल्टा शुल्क अभी 7.5 प्रतिशत है, जिसे 2.5 प्रतिशत किए जाने की मांग की गई है।

उल्टा शुल्क ढांचे में तैयार उत्पादों के मुकाबले कच्चे माल पर शुल्क अधिक लगाया जाता है। फिक्की ने एल्युमीनियम जैसे उद्योगों की मदद के लिए कोयले से उपकर हटाने की भी मांग की है। वित्त मंत्री एक फरवरी को संसद में 2023-24 का आम बजट पेश करेंगी।

First Published - January 19, 2023 | 6:39 PM IST

संबंधित पोस्ट