देश के दक्षिणी राज्यों में ओणम के साथ भले ही त्योहारी सीजन शुरू हो गया हो, लेकिन कारों पर छूट पिछले महीने की तुलना में काफी हद तक स्थिर बनी हुई है। आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। उद्योग को उम्मीद है कि त्योहारी मांग दमदार रहेगी और इसलिए यूटिलिटी व्हीकल पर छूट पिछले साल की तुलना में कम है।
आनंद राठी रिसर्च द्वारा संकलित आंकड़ों से पता चलता है कि अगस्त में टाटा हैरियर या महिंद्रा एक्सयूवी300 जैसे मॉडलों पर छूट पिछले साल के मुकाबले क्रमश: 38 प्रतिशत और 20 प्रतिशत कम रही है। हालांकि पिछले महीने की तुलना में यह छूट स्थिर रही है।
इसकी तुलना में मारुति अल्टो के10, वैगन आर जैसे ए सेगमेंट या शुरुआती स्तर वाली कारों पर छूट में पिछले साल की तुलना में तेज वृद्धि हुई है। हालांकि पिछले महीने की तुलना में इन कारों पर भी यह छूट स्थिर है। मारुति के एक डीलर ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि उन्हें इस बात की उम्मीद है कि त्योहारों के दौरान ए सेगमेंट की कारों में भी कुछ बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।
उन्होंने कहा कि इन कारों की मांग सुस्त रही है और कंपनियां थोक बिक्री के आंकड़ों को स्थिर रखने के लिए इनका उत्पादन कर रही हैं। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि सितंबर के बाद से ए सेगमेंट की कारों के लिए किस तरह की मांग आती है। हालांकि मारुति स्विफ्ट और बलेनो पर छूट पिछले साल की तुलना में केवल 18 प्रतिशत अधिक और पिछले महीने की तुलना में स्थिर है।
इस साल अप्रैल से अगस्त के दौरान 17 लाख यात्री वाहानों की बिक्री हुई है और उद्योग को उम्मीद है कि पूरे वित्त वर्ष में यह संख्या करीब 40 लाख रहेगी। इसमें से लगभग 10 लाख अकेले अगस्त और नवंबर के बीच 83 दिनों की त्योहारी अवधि के दौरान बेचे जाने की उम्मीद है। उद्योग में स्टॉक 3,00,000 के स्तर पर है और अब डीलर त्योहारी मांग की उम्मीद में स्टॉक बढ़ा रहे हैं। ओणम की मांग में पिछले साल के मुकाबले 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई है।