दो प्रमुख विमानन कंपनियों….इंडिगो (Indigo) और एयर इंडिया ग्रुप (एयर इंडिया और विस्तारा) के अंतरराष्ट्रीय कार्गो परिचालन में विरोधाभासी रुख दिख रहा है, जबकि दोनों विमानन कंपनियों ने पिछले साल के दौरान अपनी अंतरराष्ट्रीय उड़ान पेशकशों में खासा विस्तार किया है।
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) के आंकड़ों के अनुसार साल 2023-24 की चौथी तिमाही में इंडिगो का अंतरराष्ट्रीय गैर-यात्री कार्गो कारोबार घटकर 6,848 टन रह गया। पिछले साल की तुलना में इसमें 18.2 प्रतिशत की गिरावट आई है।
इंडिगो के अधिकारी ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि मांग तो मौजूद है लेकिन नैरो बॉडी वाले विमानों में सभी यात्रियों का सामान रखने के बाद कार्गो के लिए ज्यादा जगह की कमी रहती है।
विमानन कंपनी के एक अधिकारी ने कहा ‘साल 2023-24 की चौथी तिमाही के दौरान हम तकरीबन 30 लाख अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को ले गए, जो पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में करीब 25 प्रतिशत अधिक रहे। हमारा कुल वेट लोड फैक्टर भी बढ़ गया है, जिससे पता चलता है कि हमारे स्थान के उपयोग में सुधार हो रहा है। लेकिन इसका मतलब यह भी है कि हमारे पास गैर-यात्री कार्गो के लिए ज्यादा जगह नहीं बची है।’
वेट लोड फैक्टर किसी विमान पर वास्तविक वजन और अधिकतम क्षमता का अनुपात होता है।
भारतीय हवाईअड्डा प्राधिकरण (AAI) के आंकड़ों में इस मजबूत मांग पर प्रकाश डाला गया है, जिससे पता चलता है कि साल 2023-24 की चौथी तिमाही में भारत से कुल 5,71,895 टन हवाई कार्गो की आवाजाही की गई, जो पिछले साल की तुलना में 25 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
विमानन उद्योग के सूत्रों ने कहा कि एयर इंडिया और विस्तारा बेहतर सेवा प्रदान करती हैं और उनकी उड़ानें अमेरिका और यूरोप जैसे दूर-दराज की मंजिलों तक उड़ान भरती हैं। इन क्षेत्रों में कार्गो कारोबार बढ़ रहा है।
उद्योग के एक सूत्र ने कहा ‘इसके अलावा एयर इंडिया और विस्तारा के पास वाइड बॉडी वाले विमान हैं, जिनमें बड़ी खेप ले जाने के लिए काफी जगह होती है।’
चौथी तिमाही के दौरान एयर इंडिया का अंतरराष्ट्रीय कार्गो कारोबार बढ़कर 37,569 टन हो गया, जो 34.8 प्रतिशत की पर्याप्त वृद्धि को दर्शाता है। यहां तक कि विस्तारा का अंतरराष्ट्रीय कार्गो कारोबार भी इसी अवधि के दौरान बढ़कर 9,602 टन बढ़ हो गया, जो 101 प्रतिशत का भारी इजाफा है।
इंडिगो के अंतरराष्ट्रीय कार्गो कारोबार में कमी इंडिगो के साथ-साथ एयर इंडिया और विस्तारा की अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानों में उल्लेखनीय वृद्धि के साथ मेल खाती है।
विमानन क्षेत्र की एनालिटिक्स फर्म सीरियम के अनुसार अप्रैल में इंडिगो ने प्रति सप्ताह लगभग 1,402 अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन किया, जो पिछले साल की तुलना में 19 प्रतिशत की वृद्धि है।
एयर इंडिया ने अप्रैल में प्रति सप्ताह तकरीबन 956 अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का संचालन किया और इसमें 15.7 प्रतिशत का इजाफा हुआ। विस्तारा ने प्रति सप्ताह 354 अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन किया, जो 47.5 प्रतिशत का खासा इजाफा है।
इंडिगो (Indigo) के प्रवक्ता ने कहा ‘चौथी तिमाही के दौरान कुल वजन (पिछले साल के मुकाबले) में खासे इजाफे की वजह से इंडिगो के कारगो के लिए हमारा दमदार साल रहा है, भले ही अंतरराष्ट्रीय कार्गो कारोबार स्थिर रहा हो। हमें मजबूत विकास पथ जारी रहने का भरोसा है।’