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हमारे पास विश्व का बेहतरीन टीबी टीका: भारत बायोटेक

Bharat Biotech के कार्यकारी चेयरमैन कृष्णा एल्ला ने कहा वह कुछ थके हुए हैं, लेकिन टीबी टीके जैसी अपनी प्रमुख परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित करने के लिए तैयार हैं।

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सोहिनी दास   
Last Updated- September 24, 2023 | 10:12 PM IST

‘कोवैक्सीन’ और नाक के जरिये दिए जाने वाले कोविड के टीके ‘इनकोवैक’ की विनिर्माता भारत बायोटेक (Bharat Biotech) के कार्यकारी चेयरमैन कृष्णा एल्ला कहते हैं कि वह कुछ थके हुए हैं, लेकिन टीबी टीके जैसी अपनी प्रमुख परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित करने के लिए तैयार हैं। सोहिनी दास के साथ बातचीत में उन्होंने भविष्य की अपनी योजनाएं साझा की। मुख्य अंश:

कोवैक्सीन के बाद वह अगला टीका कार्यक्रम कौन-सा है, जिससे आपको भावनात्मक लगाव है?

हम टीबी के टीके पर काम कर रहे हैं क्योंकि प्रधानमंत्री की सोच भी देश से टीबी खत्म करने की है। हमारे पास दुनिया के बेहतरीन टीबी टीकों में से एक है और इसके लिए हम एक स्पेनिश कंपनी के साथ काम कर रहे हैं। यह दूसरे चरण का अध्ययन पहले ही पूरा कर चुकी है और दक्षिण अफ्रीका में तीसरे चरण के अध्ययन में प्रवेश कर लिया है। यह टीबी के टीकों की नवीनतम पीढ़ी टीकों में से एक है। हम अब स्पेनिश कंपनी के साथ प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के चरण में हैं और हम भारत में भी कारगरता परीक्षण के लिए आईसीएमआर के साथ साझेदारी का प्रयास कर रहे हैं।

यह एक लाइव-एटेन्युएटेड टीका है। बीसीजी ने बहुत अच्छा काम किया है तथा लोग उन्नत बीसीजी टीका लाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन बीसीजी अलग है और टीबी का टीका अलग है। अब हमें टीबी के ऐसे टीके की आवश्यकता है, जो टीबी संचरण रोक सके। हमारे पास अभी तक संचरण के संबंध में सबूत नहीं है, लेकिन इसी मामले में हमें आईसीएमआर की मदद की जरूरत है।

आपके पास हैजे का टीका भी उपलब्ध कराने के लिए तैयार है। समयसीमा क्या हैं?

हैजे के टीके का मुख्य लक्ष्य अफ्रीकी देश हैं। अभी वैश्विक स्तर पर हैजे के टीकों की कमी है। हमारा टीका तैयार है और हम लाइसेंस मिलने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। भारत के पूर्वी हिस्सों – पश्चिम बंगाल और फिर पड़ोसी देशों – बांग्लादेश और नेपाल में हैजे की घटनाएं होती हैं, लेकिन हम यह स्वीकार नहीं करना चाहते कि हैजे की समस्या है। हम यह कहना चाहते हैं कि हम हैजा से मुक्त हैं। अभी भी कई लोगों को हैजे की वजह से दस्त और पेचिश हो जाती है। हैजे का हमारा टीका बच्चों और वयस्कों दोनों के लिए होगा।

क्या आपको लगता है कि कोविड टीकाकरण फ्लू के किसी वार्षिक इंजेक्शन की तरह हो जाएगा?

यह वायरस इंसानों के मुकाबले ज्यादा बुद्धिमान है, यह बदल रहा है। इस पर नजर रखनी होगी और चूंकि यह श्वसन संबंधी रोगाणु है, इसलिए यह बुजुर्गों के लिए अधिक खतरनाक है, विशेष रूप से उन लोगों के लिए, जिन्हें दूसरे रोग हैं। मैं वास्तव में नहीं चाहता कि लोग कोविड से डरें और उस डर का व्यावसायिक रूप से शोषण किया जाए। लेकिन हमें नजर रखनी होगी।

मेरी चिंता यह है कि अगर यह वायरस जानवरों में चला जाता है और अलग रूप में वापस आता है, तो यह डरावना हो सकता है। क्या यह किसी सीजनल फ्लू के इंजेक्शन की तरह हो जाएगा – हां यह हो सकता है। अगर कोविड वायरस का वैश्विक स्तर पर एक या दो साल और प्रसार रहता है, तो मुझे लगता है कि यह फ्लू के टीके की तरह बन सकता है। हम एक संयोजन उत्पाद पर भी काम कर रहे हैं। देश में फ्लू भी बढ़ने वाला है इसलिए दोनों ही महत्वपूर्ण होने वाले हैं।

निपाह वायरस वापस आता रहता है। आपके पास जिका का उम्मीदवार था। उन बीमारियों के लिए टीके विकसित करने के संबंध में आपकी क्या राय है, जो ज्यादा लोगों को संक्रमित नहीं करती हैं?

अगर मैं केवल किसी कंपनी का ही चेयरमैन हूं, तो ऐसी छोटी समस्याएं नहीं उठाऊंगा, जिनका दायरा बड़ा न हो। लेकिन एक वैज्ञानिक होने के नाते मैं ऐसा करना चाहूंगा, क्योंकि हम नहीं जानते कि निपाह कब बड़ी समस्या बन जाए। यह पहले से ही यदाकदा छोटे संकेत दे रहा है। अब हम इसे नजरअंदाज कर रहे हैं। किसी दिन यह बड़ी समस्या हो सकता है। इस तरह की छोटी-छोटी समस्याओं के लिए कंपनियों की बजाय सरकार की ओर से कदम उठाया जाना चाहिए।

टीका विकसित करते समय अधिक महत्वपूर्ण क्या रहता है सुरक्षा या कारगरता?

मेरा पहला कार्यक्रम हमेशा सुरक्षा रहता है (टीका विकसित करते समय) क्योंकि आपके पास दुनिया की सबसे अच्छी प्लेटफॉर्म तकनीक हो सकती है और इससे कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि हम स्वस्थ लोगों को टीके दे रहे हैं। इसके विपरीत संक्रमित लोगों को एंटीबायोटिक्स दी जाती हैं।

First Published : September 24, 2023 | 10:12 PM IST