Skechers के साथ गठबंधन में कम्फर्ट टेक्नोलॉजी कंपनी ने मुंबई के पास अपने नए राष्ट्रीय वितरण केंद्र (एनडीसी) का चरण-1 खोला है और भारत में अपने देशव्यापी खुदरा नेटवर्क के लिए शिपिंग शुरू कर दी है। 650 वर्ग मीटर की यह इकाई प्रतिदिन 60,000 जोड़ी जूतों की शिपिंग में सक्षम है तथा यह स्केचर्स के डायरेक्ट-टु-कंज्यूमर चैनल और मुंबई के साथ-साथ अमेरिका में उसके मुख्यालय के साथ संपर्क करेगी।
एक विशेष बातचीत में स्केचर्स यूएसए इंक के मुख्य वित्तीय अधिकारी जॉन वैंडेमोर, मुख्य परिचालन अधिकारी डेविड वेनबर्ग और स्केचर्स (दक्षिण एशिया) के मुख्य कार्याधिकारी राहुल वीरा ने शार्लीन डिसूजा के साथ वैश्विक स्तर पर भारत के सबसे तेजी से बढ़ते बाजारों में शामिल होने के बारे में बात की। प्रमुख अंश:
-आपने अब नया वितरण केंद्र क्यों स्थापित किया है? भारतीय बाजार में क्या बदलाव हो रहा है?
वैंडेमोर : यह बाजार के लिए हमारी विकास रणनीति का हिस्सा है। इस बिंदु तक हम तृतीय पक्षों को काफी सफलतापूर्वक इस्तेमाल कर चुके हैं। चूंकि हम बाजार में लगातार निवेश कर रहे हैं, इसलिए वितरण के नजरिये से अपनी क्षमता को नियंत्रित करना हमारे लिए महत्वपूर्ण है। हमने यहां जो उद्योग निर्मित किया है, उसमें दस लाख वर्ग फुट तक विस्तार की संभावना है। लेकिन अंततः शायद यह भी काफी न हो क्योंकि हम स्पष्ट रूप से भारतीय बाजार का विकास जारी रखने की उम्मीद कर रहे हैं और इस दिशा में काम कर रहे हैं।
वेनबर्ग : हम वितरण केंद्रों को लाभ केंद्र या अनिवार्य रूप से दक्ष होने के लिए पैसे बचाने के तरीके के रूप में नहीं देखते हैं। हमें विकास की तलाश है। हम तीसरे पक्षों के साथ उतनी तेजी से विकास नहीं कर सकते हैं क्योंकि उनके पास निवेश के इतने सारे निर्णय होते हैं कि उन्हें पूरा नहीं किया जा सकता है। हमें उपकरण में इस निवेश का ध्यान रखना होता है और इसे तैयार करने के लिए बुनियादी ढांचे का। अगले कुछ साल में और जैसे-जैसे हम अधिक क्षमता हासिल करेंगे, हम अगली शुरुआत करेंगे।
-अगले दो-तीन साल में आप कितने और वितरण केंद्र खोलने की योजना बना रहे हैं?
वेनबर्ग : जितनी हमें जरूरत है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि कारोबार कैसे बढ़ रहा है।
-स्केचर्स के लिए भारतीय बाजार कितना महत्त्वपूर्ण है?
वैंडेमोर : यह आज हमारे शीर्ष बाजारों में से एक है और यह हमारे सबसे तेजी से बढ़ते बाजारों में से एक बना हुआ है। मुझे पूरा यकीन है कि यह हमारे लिए शीर्ष पांच बाजारों में से एक होगा। एक ब्रांड के रूप में यह हमारे विकास की आधारशिलाओं में से एक हो सकता है क्योंकि हम वैश्विक स्तर पर 10 अरब डॉलर की बिक्री हासिल करने का प्रयास कर रहे हैं।
वेनबर्ग : भारत में हम जूते और परिधान उत्पादन में और भी अधिक निवेश का अवसर देख रहे हैं।
-फिलहाल भारत में आपके कितने स्टोर हैं और आप विस्तार की क्या योजना बना रहे हैं?
वीरा : फिलहाल हमारे पास 400 से अधिक खुदरा स्टोर हैं और जहां भी हमें अवसर दिखता है, हम और स्टोर शामिल कर लेते हैं क्योंकि बाजार के रूप में भारत बढ़ रहा है। ऐसे शहर हैं, जो बढ़ रहे हैं और मौजूदा कई शहरों में बहुत-से ऐसे काफी छोटे बाजार हैं, जिन्हें पूर्ति की जाने की जरूत है। हम वहां स्टोर जोड़ रहे हैं और साथ ही ऐसे बहुत से बाजार हैं, जहां हम मौजूद रहे हैं। हम वहां स्टोर का आकार भी बढ़ा रहे हैं।
ऐसे कौन-से दूसरे बाजार हैं, जो स्केचर्स के लिए खासी रफ्तार से बढ़ रहे हैं?
वैंडेमोर : यूरोप में ऐसे बाजार हैं, जो पिछले कुछ वर्षों में अविश्वसनीय रूप से बढ़े हैं। दक्षिण पूर्व एशिया में बाजार हैं।