आज का अखबार

IIFL Finance और जेएम फाइनैंशियल का स्पेशल ऑडिट

RBI ने 4 मार्च, 2024 को आईआईएफएल फाइनैंस पर ‘पर्यवेक्षीय चिंताओं’ और ग्राहकों के हितों की रक्षा के लिए नए स्वर्ण ऋण को मंजूर करने व वितरण पर रोक लगा दी थी।

Published by
अभिजित लेले   
Last Updated- March 24, 2024 | 11:36 PM IST

आईआईएफएल फाइनैंस लिमिटेड (IIFL Finance) और जेएम फाइनैंशियल प्रोडक्ट्स लिमिटेड (JMFPL) की नियामकीय अवहेलना के मामलों में भारतीय रिजर्व बैंक विशेष ऑडिट शुरू करेगा। आईआईएफएल फाइनैंस को स्वर्ण ऋण मुहैया करवाने से रोक दिया गया है जबकि जेएमएफपीएल को शेयर या डिबेंचर के लिए कर्ज देने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

आरबीआई ने इन दोनों इकाइयों पर प्रतिबंध लगाते हुए कहा था कि विशेष ऑडिट पूरा होने और इन खामियों को संतोषजनक ढंग से हल किए जाने के बाद इनके कारोबार पर लगाए गए प्रतिबंधों की समीक्षा की जाएगी। नियामक ने इन दो गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों के विशेष ऑडिट के इच्छुक ऑडिट फर्मों के लिए ई-टेंडर जारी किया है।

भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) की सूचीबद्ध ऑडिट कंपनियां फॉरेंसिक ऑडिट की निविदा प्रक्रिया में हिस्सा ले सकती हैं। आरबीआई की वेबसाइट के अनुसार चुनी गई कंपनियों को विशेष ऑडिट करने का कार्य 12 अप्रैल, 2024 को दिया जाएगा।

आईआईएफएल फाइनैंस

आरबीआई ने 4 मार्च, 2024 को आईआईएफएल फाइनैंस पर ‘पर्यवेक्षीय चिंताओं’ और ग्राहकों के हितों की रक्षा के लिए नए स्वर्ण ऋण को मंजूर करने व वितरण पर रोक लगा दी थी। दरअसल 31 दिसंबर, 2023 तक आईआईएफएल फाइनैंस समूह के कुल संपत्ति प्रबंधन (एयूएम) में करीब 32 फीसदी (24,692 करोड़ रुपये) स्वर्ण ऋण की हिस्सेदारी थी और यह अकेले आईआईएफएल फाइनैंस के एयूएम का 79 फीसदी था।

आईआईएफएल फाइनैंस 2,721 से अधिक प्रतिबद्ध स्वर्ण ऋण शाखाओँ से अपने कारोबार का संचालन करती है। इसका कारोबार 25 राज्यों/ केंद्रशासित राज्यों में फैला है और इसके करीब 15,000 कर्मचारी हैं।

जेएम फाइनैंशियल प्रोडक्ट्स

आरबीआई ने 5 मार्च, 2024 को जेएम फाइनैंशियल प्रोडक्ट्स के द्वारा शेयर व प्रतिभूतियों के लिए किसी भी तरह से वित्तपोषण करने से मना कर दिया। आरबीआई ने आरंभिक सार्वजनिक निगम (आईपीओ) पर ऋण मुहैया कराने से तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है।

आरबीआई ने पाया कि कंपनी के आईपीओ के लिए धन मुहैया करने के साथ साथ गैर परिवर्तनीय डिबेंचर (एसीडीएस) के सब्सक्रिप्शन में गंभीर खामियां थीं। आरबीआई ने सेबी को मुहैया कराई गई सूचना के आधार पर कंपनी के लेखा-जोखा की चुनिंदा समीक्षा की थी। वित्त वर्ष 24 की सालाना रिपोर्ट के अनुसार जेएम फाइनैंशियल प्रोडक्ट्स की शुद्ध परिसंपत्तियां 1,942.86 करोड़ रुपये या समूह के एकीकृत शुद्ध परिसंपत्तियों का 17.32 फीसदी थीं।

First Published : March 24, 2024 | 11:36 PM IST