पिछले 6 महीनों में शेयर कीमतों में बड़ी तेजी दर्ज करने वाली होटल कंपनियों के वित्त वर्ष 2024 की मौसमी तौर पर कमजोर मानी जाने वाली जुलाई-सितंबर तिमाही में न सिर्फ मजबूत राजस्व वृद्धि दर्ज किए जाने बल्कि इस पूरे वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में यह रुझान बरकरार रखे जाने का अनुमान है। कुछ विश्लेषकों का मानना है कि इन कंपनियों को ढांचागत रुझान में सुधार का भी लाभ मिलेगा।
इसकी शुरुआत के लिए सूचीबद्ध होटल क्षेत्र में बड़ी कंपनियां दूसरी तिमाही में एक साल पहले की तुलना में मजबूत वृद्धि दर्ज कर सकती हैं। व्यावसायिक सेगमेंट से ऊंची मांग की मदद से यह क्षेत्र 15 से 30 प्रतिशत की वृद्धि दर हासिल कर सकता है। बिजनेस होटलों के पोर्टफोलियो वाली शैले होटल्स 30 प्रतिशत राजस्व वृद्धि के साथ होटल कंपनियों का नेतृत्व कर सकती है।
ऐंटीक स्टॉक ब्रोकिंग का कहना है, ‘शैले होटल्स दूसरी तिमाही में दमदार प्रदर्शन दर्ज कर सकती है, क्योंकि कंपनी द्वारा प्रति रात 10,000 रुपये से ऊपर दरें बनाए रखे जाने का अनुमान है, जिससे अप्रैल-जून तिमाही के 7,900 करोड़ रुपये की तुलना में सालाना आधार पर 29 प्रतिशत की वृद्धि का पता चलता है।’
दूसरी तिमाही में मांग इस क्षेत्र के लिए मजबूत बनी रही, क्योंकि इसे एमआईसीई (बैठकों, प्रोत्साहन, कॉन्फ्रेंस और प्रदर्शनियों) के साथ साथ जी-20 और क्रिकेट से मदद मिली है।
इलारा सिक्योरिटीज में शोध विश्लेषक प्रशांत बियाणी ने कहा कि बेहतर आर्थिक वृद्धि और बढ़ते हवाई यातायात से बिजनेस और लीजर डेस्टिनेशनों के लिए मांग को लगातार बढ़ावा मिला है। उनका अनुमान है कि संपूर्ण ऑक्यूपेंसी सालाना आधार पर सपाट बनी रहेगी, जबकि औसत रूम रेट यानी औसत कमरा दर 31-15 प्रतिशत तक बढ़ने का अनुमान है।
सबसे बड़ी सूचीबद्ध कंपनी इंडियन होटल्स कंपनी द्वारा 17 प्रतिशत की राजस्व वृद्धि हासिल किए जाने का अनुमान है, क्योंकि उसे कमरा दरों में 12 प्रतिशत तक की वृद्धि और ऑक्यूपेंसी में 4 प्रतिशत की तेजी से मदद मिल सकती है। कंपनी का परिचालन मुनाफा मार्जिन 280 आधार अंक तक बढ़कर 26.7 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
अपने व्यापक लक्जरी पोर्टफोलियो की वजह से हॉस्पिटैलिटी श्रृंखला वृद्धि के संदर्भ में शैले जैसी कंपनियों से पीछे रह सकती है।
लेमन ट्री होटल्स के लिए औसत कमरा दर 71 प्रतिशत ऑक्यूपेंसी दर के साथ सालाना आधार पर 8 प्रतिशत तक बढ़कर 5,310 रुपये दर्ज की जा सकती है। प्रभुदास लीलाधर रिसर्च के अनुसार कुल मिलाकर लेमन ट्री द्वारा 47.4 प्रतिशत परिचालन मुनाफा मार्जिन के साथ राजस्व में सालाना आधार पर 71 प्रतिशत वृद्धि दर्ज किए जाने की संभावना है। इस शेयर के लिए 140 रुपये के कीमत लक्ष्य के साथ खरीदें रेटिंग दी गई है।
आनंद राठी रिसर्च को वर्ल्ड कप, त्योहारी सीजन, अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की वापसी और ऊंची औसत कमरा दरों की वजह से वित्त वर्ष 2024 की दूसरी छमाही इस उद्योग के मजबूत रहने की संभावना लग रही है।
कई ब्रोकर और रेटिंग कंपनियां मजबूत मांग तथा सीमित आपूर्ति को देखते हुए इस क्षेत्र के मध्यावधि परिदृश्य पर आशान्वित हैं। इंडिया रेटिंग्स ऐंड रिसर्च (इंड-रा) का आकलन है कि कुल सालाना आपूर्ति वृद्धि वित्त वर्ष 2024 और 2024-25 में 8-10 प्रतिशत वृद्धि के अनुमान की तुलना में सालाना आधार पर 3-4 प्रतिशत की दर के साथ कमजोर रह सकती है।
उसका मानना है कि कमरा दरों और ऑक्यूपेंसी दोनों में मजबूत वृद्धि की मदद से होटल क्षेत्र अच्छी तेजी दर्ज करेगा।
एमके ग्लोबल रिसर्च में शोध विश्लेषक संतोष सिन्हा के अनुसार ‘हमें भारत में हॉस्पिटैलिटी उद्योग में ऊंची ऑक्यूपेंसी और प्रति उपलब्ध कमरा राजस्व की लंबी अवधि का अनुमान है।’
जहां कमरा दरें मजबूत रहने का अनुमान है, वहीं ऑक्यूपेंसी को लीजर ट्रेवल, विदेशी पर्यटकों की आवक, बिजनेस बैठकों, 2023 आईसीसी मेंस क्रिकेट वलर्ड कप और सोशल इवेंट्स से मदद मिलेगी।
इंड-राज का मानना है कि प्रति उपलब्ध कमरा राजस्व में सुधार से ऊंचे लीज किराये तथा स्टाफ लागत, ऊंचे नकदी प्रवाह (बड़े होटल समूहों के लिए) से पैदा हुई चुनौतियों को कम करने में मदद मिलेगी।
तीन बड़ी सूचीबद्ध कंपनियों के पास 2022-23 से वित्त वर्ष 2026 तक 10-13 प्रतिशत की रूम-काउंट ग्रोथ के साथ कमरा वृद्धि का शानदार आंकड़ा है। इन कंपनियों को मार्जिन सुधार और वित्त वर्ष 2026 तक कर्ज मुक्त होने से मदद मिलने का अनुमान है।
इंड-रा का मानना है, ‘इंडियन होटल्स और लेमन ट्री के लिए ज्यादातर कमरा वृद्धि प्रबंधन अनुबंधों के जरिये होगी, क्योंकि दोनों कंपनियां ऐसेट-लाइट बिजनेस मॉडल पर अमल करती हैं। दूसरी तरफ शैले ने वृद्धि के लिए स्वामित्व विकल्प पर जोर दिया है।’
ब्रोकरेज ने इंडियन होटल्स और लेमन ट्री को 485 रुपये और 141 रुपये के कीमत लक्ष्य के साथ खरीद रेटिंग दी है। वहीं 625 रुपये कीमत लक्ष्य के साथ शैले पर बनाए रखें की रेटिंग दी है।