एसबीएफसी फाइनैंस (SBFC Finance Share) का शेयर बुधवार को सूचीबद्धता के दौरान 60 फीसदी से ज्यादा चढ़ गया। यह शेयर अपने इश्यू प्राइस 57 रुपये के मुकाबले 61.8 फीसदी की बढ़त के साथ 92.2 रुपये पर बंद हुआ। आखिरी बंद भाव पर कंपनी का मूल्यांकन 9,813 करोड़ रुपये बैठता है।
शेयर के शानदार आगाज से पहले एसबीएफसी के आईपीओ (SBFC Finance IPO) की भारी मांग देखने को मिली थी और इसे 70 गुना से ज्यादा आवेदन मिले थे।
एसबीएफसी ने आईपीओ में नए शेयर जारी कर 600 करोड़ रुपये जुटाए हैं। इसके अलावा मौजूदा निवेशकों आर्पवुड पार्टनर्स और एट 45 सर्विसेज ने 425 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। आईपीओ से मिली रकम का इस्तेमाल कंपनी अपने विस्तार कार्यक्रम पर करेगी।
विश्लेषकों ने कहा कि आईपीओ कीमत पर एसबीएफसी का मूल्यांकन उसकी बुक वैल्यू का 3.6 गुना था, जो बताता है कि कंपनी के बढ़त के मौके और मजबूत फंडामेंटल आकर्षक थे।
एसबीएफसी, जमा स्वीकार न करने वाली एनबीएफसी है, जो एमएसएमई को कर्ज मुहैया कराती है। साथ ही वह सोने के बदले भी कर्ज देती है। एमएसएमई केंद्रित भारतीय एनबीएफसी की उच्च प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियों में से एक एसबीएफसी की भी है।
कंपनी 5 लाख रुपये से 30 लाख रुपये तक के कर्ज वितरण पर ध्यान केंद्रित करती है। 31 मार्च, 2023 को एसबीएफसी के एयूएम में 87.27 फीसदी हिस्सेदारी इन्हीं कर्जों की है। देश के 16 राज्यों के 120 शहरों में कंपनी की 152 शाखाएं हैं।