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हर साल 3 लाख करोड़ रुपये निवेश में सक्षम म्युचुअल फंड

इक्विटी बाजार का प्रदर्शन आम चुनाव जैसे प्रमुख घटनाक्रम और अमेरिकी ब्याज दर, ऊर्जा कीमतों तथा खपत पैटर्न जैसे कारकों पर निर्भर करेगा।

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अभिषेक कुमार   
Last Updated- December 14, 2023 | 11:03 PM IST

कोटक म्युचुअल फंड (MF) ने गुरुवार को कहा कि SIP और कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) विकल्पों के जरिये बढ़ते प्रवाह की संभावना को देखते हुए घरेलू फंड अब इक्विटी में हर साल 3 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा निवेश करने और विदेशी फंडों द्वारा की जाने वाली बिकवाली की भरपाई करने की स्थिति में हैं।

3 लाख करोड़ रुपये के अनुमान में 17,000 करोड़ रुपये का मासिक एसआईपी निवेश, सक्रिय तौर पर प्रबंधित इक्विटी योजनाओं का करीब 90,000 करोड़ रुपये का नकदी बैलेंस और ईटीएफ में 40,000 करोड़ रुपये का ईपीएफओ निवेश शामिल है।

फिक्स्ड इनकम विकल्पों के मुकाबले मूल्यांकन आकर्षक होने पर अन्य करीब 64,000 करोड़ रुपये की राशि बैलेंस्ड एंडवांटेज फंडों (बीएएफ) द्वारा इक्विटी में लगाई जा सकेगी। बीएएफ ऐसे हाइब्रिड फंड होते हैं जो अक्सर बाजार हालात के आधार पर इक्विटी और डेट में निवेश करते हैं। मौजूदा समय में शुद्ध इक्विटी आवंटन करीब 50 प्रतिशत है। नवंबर के अंत में बीएएफ 2.2 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा पूंजी का प्रबंधन कर रहे थे।

कोटक एमएफ में मुख्य निवेश अधिकारी हर्ष उपाध्याय ने कहा, ‘चूंकि श्रेणी के तौर पर बीएएफ में तेजी से इजाफा हुआ है, इसलिए बाजार में सतर्कता बरतने की जरूरत बढ़ी है। भले ही उद्योग से निवेश घटा है, लेकिन ये फंड उचित मूल्यांकन दिखने पर अपने डेट परिसंपत्तियां बेचकर इक्विटी निवेश के लिए पूंजी पैदा कर सकते हैं।’

विदेशी निवेशकों द्वारा बड़ी बिकवाली के बीच कैलेंडर वर्ष 2022 में बाजारों के लिए म्युचुअल फंड मददगार बनकर उभरे थे। 2022 में फंडों ने 1.8 लाख करोड़ रुपये का शानदार निवेश किया और 2023 (8 दिसंबर तक) में 1.6 लाख करोड़ रुपये लगाए हैं। फंडों की इक्विटी खरीदारी में तेजी को मजबूत निवेश प्रवाह से मदद मिली।

फंड हाउस का कहना है कि इक्विटी बाजार का प्रदर्शन आम चुनाव जैसे प्रमुख घटनाक्रम और अमेरिकी ब्याज दर, ऊर्जा कीमतों तथा खपत पैटर्न जैसे कारकों पर निर्भर करेगा।

First Published : December 14, 2023 | 10:40 PM IST