वित्त वर्ष 2023-24 की पहली छमाही में स्वास्थ्य बीमा के क्षेत्र में सालाना आधार पर 24.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई। यह वित्त वर्ष 23 की पहली छमाही के 43,981.54 करोड़ रुपये की तुलना में वित्त वर्ष 24 की पहली छमाही में 54,713.52 करोड़ रुपये हो गया। स्वास्थ्य बीमा क्षेत्र में खासी वृद्धि होने के कारण पूरे गैर जीवन बीमा क्षेत्र को गति मिली।
सामान्य बीमा परिषद के आंकड़ों के मुताबिक समूह स्वास्थ्य बीमा का प्रीमियम बढ़ने ने मुख्य भूमिका निभाई। पहली छमाही में सालाना आधार पर स्वास्थ्य बीमा क्षेत्र ने 18.92 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की थी।
स्वास्थ्य बीमा के क्षेत्र में समूह स्वास्थ्य कवर का प्रीमियम वित्त वर्ष 24 की पहली छमाही में करीब 27 प्रतिशत बढ़कर 29,537.57 करोड़ रुपये हो गया जबकि यह एक साल पहले की अवधि में 23,316.04 करोड़ रुपये था। इस दौरान खुदरा स्वास्थ्य प्रीमियम 18.39 प्रतिशत बढ़कर 18,784.82 करोड़ रुपये हो गया जबकि यह एक साल पहले 15,867.31 करोड़ रुपये था।
वित्त वर्ष 24 की पहली छमाही में बीमा कंपनी स्टार हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी ने 17.7 प्रतिशत और आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस ने 18.7 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की। इसी अवधि में खुदरा स्वास्थ्य बीमा के क्षेत्र में केयर हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी 43 प्रतिशत की दर से बढ़ी थी। वित्त वर्ष 24 की पहली छमाही में आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस कंपनी ने समूह बीमा में सालाना आधार पर 33.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की।
इस अवधि के दौरान वाहन बीमा क्षेत्र में 17.1 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 40,837.88 करोड़ रुपये हो गया जबकि एक साल पहले की अवधि में यह 34,879.98 करोड़ रुपये था।
हालांकि नए वाहनों की बिक्री होने के कारण वाहन ओडी (स्वयं नुकसान) होने की स्थिति में बीमा 20.7 प्रतिशत बढ़कर 16,787.12 करोड़ रुपये हो गया जबकि वाहन के तीसरे पक्ष का बीमा सामान्य आधार पर 14.7 प्रतिशत बढ़कर 24,050.75 करोड़ रुपये हो गया। बीते साल की पहली छमाही में वाहन बीमा क्षेत्र की वृद्धि में कुछ गिरावट आई थी।
आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 24 की पहली छमाही में गैरजीवन बीमा का मासिक प्रीमियम विभिन्न कंपनियों में जबरदस्त इजाफा होने के कारण 14.86 प्रतिशत बढ़कर 1.44 लाख करोड़ रुपये हो गया जबकि यह वित्त वर्ष 24 की पहली छमाही में 1.25 लाख करोड़ रुपये था।
बीमा खंडों में स्वास्थ्य बीमा क्षेत्र का घरेलू बाजार पर दबदबा रहा। स्वास्थ्य बीमा क्षेत्र की हिस्सेदारी 38 प्रतिशत और इसके बाद वाहन बीमा (28.4 प्रतिशत) और आग से बीमा (6.5 प्रतिशत) था।