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ग्रामीण बाजारों में सुधार से एफएमसीजी को दम

ग्रामीण बाजार में जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान 6.4 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। खाने-पीने के सामान और गैर-खाद्य श्रेणी दोनों में 8.7 फीसदी का इजाफा हुआ है।

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शार्लीन डिसूजा   
Last Updated- November 07, 2023 | 11:21 PM IST

रोजमर्रा के उपभोग वाला सामान बनाने वाली कंपनियों (FMCG) का बाजार जुलाई-सितंबर तिमाही में भी बढ़ा है। एनआईक्यू (पुराना नाम नीलसन आईक्यू) के अनुसार ग्रामीण बाजारों में सुधार से एफएमसीजी की मांग धीरे-धीरे बढ़ रही है।

शोध फर्म ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में देसी एफएमसीजी उद्योग में मूल्य के लिहाज से 9 फीसदी की वृद्धि देखी गई और बिक्री 8.6 फीसदी बढ़ी है। इससे देश भर में खपत की मांग तेज रहने का संकेत मिलता है।

ग्रामीण बाजार में जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान 6.4 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। खाने-पीने के सामान और गैर-खाद्य श्रेणी दोनों में 8.7 फीसदी का इजाफा हुआ है।

एनआईक्यू ने यह भी कहा कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में बिक्री पिछले साल की इसी तिमाही की तुलना में 8 फीसदी बढ़ी है।

एनआईक्यू इंडिया के प्रबंध निदेशक सतीश पिल्लै ने कहा, ‘एफएमसीजी उद्योग में पिछली तिमाही से कीमतों में अपेक्षाकृत कम वृद्धि हुई है, जिससे ग्राहकों को खर्च करने का हौसला मिला है। यह ग्रामीण बाजारों में स्पष्ट तौर पर नजर आता है क्योंकि वहां सभी श्रेणियों में खपत बढ़ी है। देश में महंगाई में नरमी, बेरोजगारी के आंकड़े में हालिया गिरावट और रसोई गैस की कीमत आदि ने ग्राहकों को खर्च करने के लिए प्रेरित किया है।’

एनआईक्यू इंडिया में कस्टमर सक्सेस, लीड रूजवेल्ट डिसूजा ने कहा, ‘एशिया-प्रशांत क्षेत्र के बाजारों में कीमतों में बढ़ोतरी का कारण कम वृद्धि है, जबकि भारत में खपत मांग ज्यादा है। हाल के महीनों से यह रुझान बना हुआ है और ग्रामीण बाजारों में भी खपत बढ़ रही है।’ दिलचस्प है कि ग्रामीण बाजार के ग्राहक उत्पादों के छोटे पैकेट खरीदना पसंद कर रहे हैं जबकि शहरी बाजार में औसत आकार के पैकेट की बिक्री बढ़ी है।

एनआईक्यू ने अपनी रिपोर्ट में कहा है, ‘ग्रामीण बाजार में सुधार के संकेत दिख रहे हैं और चालू तिमाही में भी खपत मांग पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही की तुलना में ज्यादा दिख रही है। इस बीच शहरी बाजार में खपत स्थिर दर से बढ़ रहा है।’

रिपोर्ट के मुताबिक चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में आधुनिक रिटेल स्टोरों की बिक्री 19.5 फीसदी बढ़ी है जबकि पारंपरिक दुकानों की बिक्री में 7.5 फीसदी का इजाफा हुआ है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में पारंपरिक दुकानों की बिक्री 6.2 फीसदी बढ़ी थी। स्थानीय ब्रांड भी अपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने में लगे हैं।

कच्चे माल की लागत कम होने से स्थानीय ब्रांडों के लिए कम कीमतों में एफएमसीजी उत्पाद तैयार कर बेचना आसान हो गया है। हिंदुस्तान यूनिलीवर (एचयूएल) और आईटीसी दोनों ने तिमाही नतीजों की घोषणा के समय कहा था कि क्षेत्रीय ब्रांडों में भी तेजी देखी जा रही है।

First Published : November 7, 2023 | 11:21 PM IST