ऑनलाइन खऱीदी और ई-कॉमर्स कारोबार तेजी से बढ़ रहा है। ग्राहकों के बदले खरीदारी मिजाज ने ई कॉमर्स कारोबार को सबसे तेज बढ़ने वाला कारोबार बना दिया तो छोटी बड़ी सभी तरह की कंपनियां ऑनलाइन कारोबार में उतर गई। अब ये सभी कंपनियां अपने ब्रांड को गूगल के टॉप सर्च में लाने के लिए एसईओ विशेषज्ञों की मदद ले रही है जिसके कारण एसईओ एक्सपर्ट की मौजूदा समय में भारी मांग हो गई है।
एसईओ (SEARCH ENGINE OPTIMIZATION) का काम वेबसाइट, ब्लॉग को सर्च इंजन पर रैंक करना है। एसईओ कंपनी इंफिडिजिट के प्रबंध निदेशक कौशल ठक्कर कहते हैं कि भारत में कोविड महामारी के बाद ई-रिटेल कारोबार में तेजी देखी गई है और लोग जमकर ऑनलाइन चीजें खरीद रहे हैं । ऑनलाइन शॉपिंग के बढ़ते ट्रेंड के बावजूद, भारत में कुल रिटेस खर्च में ई-कॉमर्स की हिस्सेदारी केवल 5-6 फीसदी पर ही है।
ई-कॉमर्स में बेहतर मौका देखकर कंपनियां अपने उत्पाद ऑनलाइन ला रही है जिसके कारण सर्च इंजन में ट्रैफिक बढ़ गया है। कंपनियां अपने उत्पादों को प्राथमिकता के साथ ऑनलाइन पोर्टल पर देखना चाह रही है। ई-रिटेल कंपनियों की यही चाहत एसईओ की मांग बढ़ा रहा है। इस समय हमारे पास एमेजॉन, मिंत्रा, मोची, मान्यवर, जिवामे, लिबास, मेंसा, स्पीनी, फ्लिपकार्ट जैसी दो दर्जन से ज्यादा कंपनियों की जिम्मेदारी है कि हम उन्हे सर्च इंजन में सबसे ऊपर रखे।
एसईओ विशेषज्ञों का कहना है कि दरअसल वेबसाइट ब्लॉग को एसईओ सही तरीके समझते हैं ये सही ढ़ंग से रैंक करवाने और वेबसाइट, ब्लॉग को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने में मददगार होते हैं। गूगल पर 57 लाख वेबसाइट्स हैं। गूगल समय – समय पर अपने एल्गोरिद्म में बदलाव करता रहता है। एसईओ इसे समझकर वेबसाइट पर ट्रैफिक लाने में मदद करते हैं साथ ही उस ट्रैफिक को विजिटर, ग्राहक में जोड़ते हैं। एसईओ की बढ़ती मांग की वजह से युवाओं के बीच यह काम काफी लोकप्रिय भी रहा है।
ठक्कर कहते हैं कि बहुत सारी कंपनियां अपने कर्मचारियों को ट्रेनिंग देने के लिए एसईओ विशेषज्ञों को बुलाते हैं इसके अलावा मास्टर डिजिटल मार्केटिंग का कोर्स भी करके लोग इस काम में आ रहे हैं। यह कोर्स दो -तीन महीने का होता है। जहां 40 से अधिक टूल्स, मॉड्यूल्स, 3 महीने की ऑन जॉब ट्रेनिंग, मास्टर क्लास समेत कई बेहतरीन चीजें सीखने को मिलती हैं। इस तरह के कोर्स दिल्ली, मुंबई सहित देश के दूसरे बड़े शहरों में चलाएं जा रहे हैं।
ई-कॉमर्स कारोबार की तेज रफ्तार ने एसईओ की मांग इस कदर बढ़ी कि इस समय एसईओ विशेषज्ञों की कमी नजर आ रही है। देश में ई- कॉमर्स कारोबार अभी और तेजी से बढ़ेगा और जितना यह कारोबार बढ़ेगा उतना एसईओ की मांग भी बढ़ेगी।
एक सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक अगले 5 सालों में भारत के ई-कॉमर्स बाजार की ग्रोथ 166 फीसदी से ज्यादा बढ़ेगी। भारत का ई-कॉमर्स बाजार जिस तेजी से ग्रोथ हासिल कर रहा है, उसको देखते हुए साल 2028 तक इसके 160 बिलियन डॉलर से ज्यादा होने की उम्मीद है। देश में ऑनलाइन शॉपिंग का बाजार 2023 में अनुमानित 57-60 बिलियन डॉलर से बढ़कर अगले 5 सालों में 160 बिलियन डॉलर पर जाने की उम्मीद है।