Samsung Layoff: मोबाइल फोन बनाने वाली दिग्गज कंपनी सैमसंग इंडिया 200 से अधिक कर्मचारियों की छंटनी करने जा रही है। कंपनी यह कदम बिजनेस ग्रोथ में गिरावट और बढ़ती प्रतिस्पर्धा के कारण उठा रही है।
द इकोनॉमिक टाइम्स (ET) की रिपोर्ट के अनुसार, स्मार्टफोन कारोबार में मांग घटने और लागत में कमी लाने के प्रयासों के चलते सैमसंग ने अपने मैनेजर लेवल के कर्मचारियों में 9-10% की कमी करने का निर्णय लिया है।
सैमसंग इंडिया के पास मौजूदा समय में लगभग 2,000 अधिकारी हैं। छंटनी मोबाइल फोन, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स, होम एप्लायंसेज और अन्य सपोर्टिंग डिपार्टमंट पर असर डालेगी। इसके अलावा, यह छंटनी केवल सीनियप पदों तक ही सीमित नहीं रहेगी, बल्कि अस्थायी कर्मचारियों पर भी असर पड़ सकता है, क्योंकि कंपनी नई भर्ती और खाली पदों पर नियुक्ति पर रोक लगा रही है।
छंटनी से प्रभावित कर्मचारियों को सैमसंग तीन महीने की सैलरी देगी। इसके अलावा, कंपनी कर्मचारियों की सर्विस के हर साल के लिए एक महीने की सैलरी का पैकेज ऑफर कर रही है।
ET के एक सीनियर अधिकारी के अनुसार, पिछले कुछ सालों में सैमसंग इंडिया के जूनियर और मिड-लेवल कर्मचारियों के वेतन पैकेज में तेजी से वृद्धि हुई थी। हालांकि, मौजूदा आर्थिक मंदी के चलते, कंपनी पर अपनी लागत को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने का दबाव है।
अधिकारी ने कहा, ‘सियोल (साउथ कोरिया की राजधानी) से स्पष्ट निर्देश है कि भारतीय संचालन में लागत घटाई जाए। अगर दीवाली के बाद बिक्री में सुधार नहीं हुआ तो छंटनी की प्रक्रिया और बढ़ सकती है।’
कंपनी अपने लागत-कटौती के प्रयासों के तहत टेलीविजन और होम एप्लायंसेज जैसे कुछ व्यावसायिक विभागों का विलय कर सकती है, जिससे अतिरिक्त छंटनी की संभावना है। सैमसंग अपने मैनेजमेंट सिस्टम को अधिक प्रभावी बनाने के लिए फिर से टीम में बदलाव कर रहा है।
स्मार्टफोन बाजार में सैमसंग चुनौतियों का सामना कर रही है। वॉल्यूम के मामले में चीनी कंपनी शाओमी (Xiaomi) ने सैमसंग को पछाड़ दिया है।
काउंटरपॉइंट रिसर्च के आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल-जून तिमाही 2024 (Q1FY25) में भारत के स्मार्टफोन बाजार में सैमसंग का वॉल्यूम शेयर घटकर 18.1% हो गया, जबकि पिछले साल यह 18.4% था। इस दौरान, शाओमी 18.9% हिस्सेदारी के साथ आगे है, जबकि वीवो (Vivo) 18.8% के साथ दूसरे स्थान पर है।
हालांकि, वॉल्यूम में गिरावट के बावजूद, सैमसंग वैल्यू के आधार पर बाजार में सबसे आगे है, जिसका शेयर 24.5% है। Vivo 16.8% और एप्पल (Apple) 16.3% के साथ उसके पीछे हैं।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए सैमसंग इंडिया के प्रवक्ता ने ET को बताया, ‘हम अपने संगठनात्मक प्रदर्शन को बढ़ाने और बाजार प्रतिस्पर्धा में सुधार के उद्देश्य से अपने वर्कफोर्स में बदलाव कर रहे हैं। हम अपने कर्मचारियों की भलाई का ध्यान रखते हैं और इस बदलाव में उनका पूरा समर्थन करेंगे।’
इस साल की शुरुआत में, सैमसंग इंडिया के मोबाइल फोन और इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग से प्रमुख अधिकारियों का इस्तीफा देखने को मिला। इनमें मोहनदीप सिंह भी शामिल थे, जिन्होंने 14 साल तक सैमसंग में काम किया और मोबाइल फोन, टेलीविजन बिजनेस का नेतृत्व किया। सिंह ने जून में सैमसंग छोड़ा और अब जुबिलेंट एग्री एंड कंज्यूमर प्रोडक्ट्स (Jubilant Agri & Consumer Products) के CEO बन चुके हैं।
यह घटनाक्रम सैमसंग की चेन्नई मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में चल रही हड़ताल के साथ भी मेल खाता है, जो तीसरे दिन में प्रवेश कर चुकी है। इस हड़ताल के कारण टेलीविजन, रेफ्रिजरेटर और वॉशिंग मशीनों का उत्पादन प्रभावित हुआ है। हड़ताल के बावजूद, प्लांट अपनी सामान्य क्षमता के 50-80% पर काम कर रहा है।