शुक्रवार को भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो में अपनी पहली इलेक्ट्रिक कार ई-विटारा पेश करने वाली मारुति सुजूकी इंडिया (एमएसआईएल) एक साल के दौरान भारत में सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक कार निर्माता बनने का लक्ष्य कर रही है। कंपनी के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी हिसाशी ताकेउची ने यह बात कही। उन्होंने यहां एक मीडिया कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों को बताया, ‘हमारी योजना में पहले से ही तीन संयंत्र हैं जिनमें से प्रत्येक की सालाना क्षमता 250,000 वाहन हैं। चौथा संयंत्र केवल इलेक्ट्रिक वाहन बनाने के लिए है।’ हालांकि उन्होंने चौथी इकाई की क्षमता का खुलासा नहीं किया। उन्होंने ई-विटारा की संभावित बिक्री पर टिप्पणी करने से इनकार किया और कहा, ‘हमने एक साल के अंदर नंबर एक ईवी विनिर्माता बनने का लक्ष्य रखा है।’
उन्होंने कहा कि ई-विटारा को भारत में बिक्री के लिए पेश किए जाने से पहले कुछ प्रमुख बाजारों में निर्यात किया जाएगा। ताकेउची ने कहा, ‘ई-विटारा का निर्माण दुनिया के लिए है। कई देश इस वाहन का इंतजार कर रहे हैं। हमें यह कार भारत में पेश करने से पहले उन्हें प्राथमिकता देने की जरूरत होगी।’ फाडा के अनुसार वर्ष 2024 में भारत में करीब 99,165 इलेक्ट्रिक कारें बेची गई थीं जो एक साल पहले की तुलना में 20 फीसदी की वृद्धि है। टाटा मोटर्स करीब 62 फीसदी भागीदारी के साथ इलेक्ट्रिक कार बाजार में सबसे आगे है।
उन्होंने इसकी पुष्टि या खंडन करने से इनकार कर दिया कि क्या कंपनी टोयोटा के लिए क्रॉस-बैज ई-विटारा का उत्पादन करेगी। उन्होंने कहा, ‘आपको इस बारे में टोयोटा से पूछना चाहिए।’ मारुति सुजूकी घरेलू यात्री वाहन बाजार में लगभग 41 फीसदी भागीदारी के साथ भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता है। ताकेउची ने कहा कि कंपनी भारत में ई-विटारा का निर्माण करने के लिए 2,100 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश पहले ही कर चुकी है।
उन्होंने कहा, ‘हरेक निर्माता इस पर विचार कर रहा है कि भारत में ईवी बाजार को मजबूत कैसे बनाया जाए। हमें लगता है कि ग्राहकों की चिंता और परेशानी दूर होनी चाहिए। भारत में ग्राहक को रेंज की चिंता है और वे चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर की कमी के बारे में चिंतित हैं। तीसरी चिंता कार की बची हुई कीमत के बारे में है।’ मारुति की ई-विटारा की 500 किलोमीटर से अधिक की रेंज होगी और यह ग्राहकों के लिए काफी अच्छी रेंज है।
उन्होंने कहा कि कंपनी पूरे देश के प्रमुख 100 शहरों में पहले चरण के दौरान अपने डीलरशिप में फास्ट चार्जर लगाएगी और इनका दायरा बढ़ाएगी। उन्होंने कहा, ‘इरादा यह है कि इन शहरों में हर 5 से 10 किलोमीटर पर ग्राहक को एमएसआईएल का चार्जिंग पॉइंट मिल जाए।’
उन्होंने कहा, ‘अपने ग्राहकों का सुकून सुनिश्चित करने के लिए हम 1,000 से ज्यादा शहरों में 1,500 ईवी-आधारित सर्विस वर्कशॉप तैयार कर रहे हैं। इन वर्कशॉप में विशेष रूप से प्रशिक्षित कर्मी और विशेष उपकरण होंगे जो चार्जिंग सहित सभी ईवी संबंधित सहायता करेंगे।’ देश भर में कंपनी की 4,500 से ज्यादा सर्विस वर्कशॉप हैं। उन्होंने कहा कि भारत में ईवी बाजार को बढ़ावा देने के लिए इससे जुड़ी समस्याओं को दूर करना होगा और विकल्प बढ़ाने होंगे।