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Bharat Mobility Global Expo 2025: मझोले और कस्बाई इलाकों से ईवी के प्रति लोगों की रुचि ने चौंकाया- महिंद्रा

वाहन निर्माता ने कहा है कि इन शहरों के लोगों ने कंपनी की बीई 6ई और एक्सईवी 9ई मॉडलों में काफी रुचि दिखाई है।

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दीपक पटेल   
Last Updated- January 17, 2025 | 11:03 PM IST

Bharat Mobility Global Expo 2025: इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) के प्रति मझोले और छोटे शहरों के ग्राहकों की दिलचस्पी ने वाहन विनिर्माता महिंद्रा ऐंड महिंद्रा (एमऐंडएम) को चौंकाया है। वाहन निर्माता ने कहा है कि इन शहरों के लोगों ने कंपनी की बीई 6ई और एक्सईवी 9ई मॉडलों में काफी रुचि दिखाई है। अब महिंद्रा ऐंड महिंद्रा इन गाड़ियों की शुरुआती बिक्री में इन शहरों को शामिल करने वाली है।

एमऐंडएम के कार्यकारी निदेशक और मुख्य कार्य अधिकारी (वाहन एवं कृषि क्षेत्र) राजेश जेजुरीकर ने बिज़नेस स्टैंडर्ड से कहा, ‘हमें उम्मीद नहीं थी कि इन दोनों इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए हमारी इस कीमत पर तेजपुर, कोटा, गुलबर्गा आदि शहरों से इतनी मांग देखने को मिलेगी। इन शहरों में इन वाहनों की काफी मांग देखने को मिल रही है और सभी चाहते हैं कि शुरू में ही यह गाड़ी उन्हें मिल जाए। ये वास्तविक उदाहरण हैं, जो इन शहरों के डीलरों के साथ अपनी बैठक के बाद बता रहा हूं जिन्होंने ग्राहकों की प्रतिक्रिया मुझसे साझा की ।’

जेजुरीकर ने कहा, ‘यही कारण है कि हम फरवरी में जब बुकिंग की शुरुआत करेंगे तो हम भारत के अधिकतर शहरों को शामिल करेंगे। पहले हमारी रणनीति ऐसी नहीं थी।’ उन्होंने कहा कि पहले कंपनी ने मझोले और छोटे शहरों में कुछ महीने बाद इस साल के मध्य तक बुकिंग शुरू करने की योजना बनाई थी।

महिंद्रा ऐंड महिंद्रा ने पिछले साल नवंबर में 18.9 लाख रुपये (एक्स शोरूम कीमत) से शुरू होने वाली बीई 6ई और 21.9 लाख रुपये (एक्स शोरूम कीमत) से शुरू होने वाले एक्सईवी 9ई पेश की थी। इन दोनों कारों की बुकिंग अगले महीने शुरू होने वाली है।

जेजुरीकर ने कहा, ‘हमें मझोले और छोटे शहरों से बहुत अच्छी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है, जिससे हम खुद हतप्रभ हैं। मुझे लगता है ऐसे शहरों में चार्जिंग का भय लोगों के बीच थोड़ा कम है क्योंकि वहां के अधिकतर लोगों के पास अपना मकान है जहां वे आसानी ने चार्जिंग का ढांचा लगा सकते हैं।’

जेजुरीकर ने कहा, ‘भले ही वे शहर से बाहर जाएं, जब तक कि काफी लंबी यात्रा नहीं करनी हो, मुझे लगता है कि 200 से 300 किलोमीटर की दूरी काफी आम है। उनके लिए किसी छोटे शहर से कस्बे तक जाना और लौटना काफी आसान है और इसके लिए उन्हें पूरे हफ्ते के दौरान चार्जिंग की जरूरत नहीं पड़ेगी। हम इस श्रेणी को अलग-अलग शहरों में बढ़ते हुए देख रहे हैं।’

जेजुरीकर ने बताया कि महत्त्वपूर्ण राजमार्गों के किनारे पीएम ई-ड्राइव योजना के तहत मिलने वाली रकम से जगह-जगह चार्जिंग बुनियादी ढांचा बनाने के लिए एमऐंडएम की सरकार के साथ बातचीत चल रही है। उन्होंने कहा, ‘हम चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने की रणनीति पर भारी उद्योग मंत्रालय के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। हम उन्हें बता रहे हैं मैपमाईइंडिया डॉट कॉम के डेटा का उपयोग कर यह देखना चाहिए कि किन मार्गों पर सबसे अधिक ट्रैफिक है।’

जेजुरीकर ने कहा, ‘योजना के तहत एक स्थान पर एक चार्जर नहीं स्थापित होगा। चार्जिंग जोन बनाने पर काम कर रहा है। इसलिए, जब आप दिल्ली से जयपुर अथवा मुंबई से पुणे जाएंगे तो आपको एक या दो स्थान मिलेंगे और इन स्थानों पर 15 से 25 फास्ट चार्जर की सुविधा रहेगी, जिनका अच्छी तरीके से रखरखाव किया जाएगा।’

First Published : January 17, 2025 | 11:03 PM IST