facebookmetapixel
SMC Bill 2025: क्या घटेगी सेबी की ताकत, निवेशकों को मिलेगा ज्यादा भरोसा? जानिए इस विधेयक की खास बातेंघर बनाने का सपना होगा आसान, SBI का होम लोन पोर्टफोलियो 10 ट्रिलियन पार करेगाMCap: 6 बड़ी कंपनियों का मार्केट वैल्यू बढ़ा ₹75,257 करोड़; TCS-Infosys की छलांगVedanta डिमर्जर के बाद भी नहीं थमेगा डिविडेंड, अनिल अग्रवाल ने दिया भरोसाRailway Fare Hike: नए साल से पहले रेल यात्रियों को झटका, 26 दिसंबर से महंगा होगा सफर; जानें कितना पड़ेगा असरमिनटों में घर बैठे करें Aadhaar-PAN लिंक, नहीं करने पर हो सकती हैं परेशानियां; चेक करें स्टेप्सभारत को AI में विश्व नेता बनाना है, लेकिन सहानुभूति भी जरूरी: Mukesh AmbaniEpstein Files: बड़े नाम गायब क्यों, जेफरी एपस्टीन की असली कहानी कब सामने आएगी?दिल्ली एयरपोर्ट पर लो-विजिबिलिटी अलर्ट, इंडिगो ने उड़ानों को लेकर जारी की चेतावनीFD Rates: दिसंबर में एफडी रेट्स 5% से 8% तक, जानें कौन दे रहा सबसे ज्यादा ब्याज
अर्थव्यवस्था

7 राज्यों को अतिरिक्त उधारी की अनुमति

केंद्र सरकार ने 7 राज्यों को 16,691 करोड़ रुपये अतिरिक्त उधारी की अनुमति दे दी है। वित्त सचिव टीवी सोमनाथन ने कहा कि चल रहे वित्त वर्ष की पहली छमाही में पूंजीगत व्यय का लक्ष्य हासिल करने वाले राज्यों को यह सुविधा दी गई है। छत्तीसगढ़, केरल, मध्य प्रदेश, मेघालय, पंजाब, राजस्थान और तेलंगाना ने […]

लेख

महामारी के बाद भारत का राजकोषीय भविष्य

अनुमान लगाया जा रहा है कि चालू वित्त वर्ष में कर संग्रह बजट में जताए गए अनुमान से काफी अधिक रहेगा। इससे न केवल सरकार को वृद्धि को बढ़ावा देने वाले पूंजीगत व्यय में इजाफा करने का मौका मिलेगा, बल्कि साथ ही उसे राजकोषीय घाटे में कुछ हद तक कमी करने का अवसर भी मिलेगा। […]

लेख

राजकोषीय परिस्थिति और राज्यों के समक्ष चुनौती

महालेखा नियंत्रक द्वारा हर महीने के अंत में केंद्र सरकार के राजस्व और व्यय के आंकड़े जारी किए जाते हैं और उस समय उसका विश्लेषण और आकलन किया जाता है। ये अंकेक्षण रहित प्रारंभिक आंकड़े होते हैं लेकिन इनसे केंद्र की वित्तीय स्थिति के बारे में मोटा अनुमान लग जाता है। परंतु वर्ष के दौरान […]

बैंक

जून के बाद संपत्ति की गुणवत्ता में नाटकीय सुधार

बीएस बातचीत दूसरी तिमाही की कमाई की घोषणा करने के बाद ऐक्सिस बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी अमिताभ चौधरी ने सुब्रत पांडा और अभिजित लेले से जुलाई-सितंबर के दौरान कारोबार में वृद्धि व संपत्ति की गुणवत्ता के मसले पर बात की। उन्होंने श्रेय ग्रुप पर भारतीय रिजर्व बैंक की कार्रवाई की भी चर्चा […]

अर्थव्यवस्था

सुस्त हो सकती है आर्थिक रिकवरी

वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही में केंद्र सरकार के पूंजीगत व्यय में दो अंकों की जोरदार बढ़ोतरी हुई है, लेकिन अर्थशास्त्रियों ने चेतावनी दी है कि राजस्व व्यय में गिरावट से आर्थिक रिकवरी सुस्त पड़ सकती है। अर्थव्यवस्था में मांग को बढ़ाने में राजस्व व्यय की अहम भूमिका होती है। पहली तिमाही के दौरान […]

कंपनियां

सरकारी बिजली कंपनियों का जोर पूंजीगत व्यय पर

ऐसे समय पर जब निजी क्षेत्र की विद्युत कंपनियां जोर शोर से अपने ऋण स्तर में कमी ला रही हैं तब देश की सबसे बड़ी विद्युत उत्पादक कंपनी एनटीपीसी और सरकारी क्षेत्र की एनएचपीसी ने अपनी पूंजी खर्च जरूरतों के कारण और उपयुक्त बही खाता के दम पर इसे प्राथमिकता में नहीं रखा है।    […]

अर्थव्यवस्था

राज्यों को 15,000 करोड़ रुपये का ऋण उपलब्ध करा रहा केंद्र

राज्यों द्वारा पूंजीगत व्यय को बढ़ावा देने तथा परिसंपत्तियों के मुद्रीकरण और विनिवेश के लिए प्रेरित करने हेतु केंद्र राज्यों को 50 साल के ब्याज मुक्त ऋण के रूप में 15,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि उपलब्ध कराएगा, क्योंकि कोविड की दूसरी लहर के कारण अर्थव्यवस्था को विपरीत परिस्थितियों का सामना करना पड़ा रहा है। […]

कंपनियां

जेनोवा 250 करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय की तैयारी में

कोविड-19 के लिए मेसेंजर आरएनए (एमआरएनए) टीका बनाने वाली जेनोवा बायोफार्मास्युटिकल्स (जेनोवा) 250 करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय के लिए ऋण से 135 करोड़ रुपये के वित्त पोषण की योजना बना रही है। रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने यह जानकारी दी। पुणे स्थित एमक्योर फार्मास्युटिकल्स (एमक्योर) की सहायक कंपनी जेनोवा ने टीके के लिए सिएटल स्थित […]

अर्थव्यवस्था

वित्त मंत्रालय को अर्थव्यवस्था बचा लेने का भरोसा

वित्त मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि कोविड-19 के मामले बढऩे पर भी देश अब अर्थव्यवस्था के नीचे जाने के किसी भी जोखिम से निपटने के लिए तैयार है।  मंत्रालय ने कहा कि टीकाकरण अभियान चल रहा है और देश भर में तेजी से इस पर काम हो रहा है। साथ ही कोविड-19 के पहले […]

लेख

बजट का राजकोषीय रुख और उसके निहितार्थ

वर्ष 2021-22 के बजट में घाटे के जो आंकड़े दर्शाए गए वे विश्लेषकों के अनुमान से बहुत अधिक थे। शायद ही किसी ने सोचा होगा कि सन 2020-21 में राजकोषीय घाटा सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 9.5 फीसदी और 2021-22 में 6.8 फीसदी होगा। महामारी के दौरान कम ही लोगों ने सोचा होगा कि सरकार […]