डाक्टर की बेटी बनकर यहां एक सर्राफा दुकान से ढायी लाख रुपये मूल्य के नौ तोला स्वर्ण आभूषण की चपत लगाकर एक 35 वर्षीय अग्यात महिला लापता हो गई।
घटना के संबंध में नुपूर ज्वेलेर्स के संचालक नरेश पगारिया ने पुलिस को बताया कि एक महिला उनके प्रतिष्ठान में जेवर खरीदने आई और उसने अपनी पहचान पास ही स्थित एक नर्सिंग होम के संचालक डा. खान की बेटी बताते हुए सोने के मंगल सूत्र तथा पाटले पसंद करते हुए उक्त जेवर घर में दिखाने की बात कही।
महिला की बातों में आकर दुकान संचालक ने उक्त जेवर जिसमें दो सोने के मंगल सूत्र एवं एक पाटला वजन लगभग 90 ग्राम अपने कर्मचारी आशीष के हाथों देकर भेजा। इस दौरान महिला ज्वेलर्स के कर्मचारी को अपने साथ लेकर डा. खान के नर्सिंग होम पहुंची जहां महिला सीढी से चढकर घर जाने के बहाने कहीं अन्यंत्र चली गई।
दुकान कर्मचारी आशीष महिला के आने का इंतजार करता रहा लेकिन आधा घंटे से ज्यादा का वक्त गुजर जाने पर भी उक्त महिला के नहीं आने से दुकान संचालक का नौकर को फोन आया जिस पर उन्होंने महिला के उपर से नहीं उतरने की बात मालिक से कही।
दुकान संचालक को शंका हुई तो वह स्वयं भी डा. खान के नर्सिंग होम पहुंचा तो पता चला कि उनके यहां से कोई भी लडकी अथवा बेटी जेवर खरीदने के लिए नुपूर ज्वेलर्स नहीं गई है और न ही उन्हें इस तरह की कोई महिला उनके अस्पताल में आने की जानकारी है। बताया जाता है कि नुपूर ज्वेलर्स के सी.सी.टीवी कैमरे में उक्त महिला का वीडियो फुटेज है जिसके आधार पर पुलिस जांच में जुट गई है।