भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच राहुल द्रविड़ ने वेस्टइंडीज के खिलाफ टी-20 सीरीज में मिली हार के बाद कहा कि टीम की बल्लेबाजी में थोड़ी गहराई की जरूरत है और यह ऐसा क्षेत्र है जहां भारत ने अन्य टीमों के मुकाबले इतनी प्रगति नहीं की है।
वेस्टइंडीज के खिलाफ पांच टी-20 मैचों की सीरीज में भारतीय बल्लेबाजों ने ख़ासा निराश किया और यह स्पष्ट रूप से दिख रहा था कि टीम पूरी तरह से अपने शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों पर निर्भर है।
भारतीय टीम की बल्लेबाजी में गहराई की कमी
हालांकि, राहुल द्रविड़ का कहना है कि वेस्ट इंडीज के खिलाफ टी-20 सीरीज़ में उतारी गई टीम वर्ल्ड कप में खेलने वाली टीम से काफी अलग है, लेकिन उनके यह कहने से टीम के भीतर चल रही चिंताएं दूर नहीं होती है।
भारतीय बल्लेबाजी में गहराई की बात करें तो अर्शदीप सिंह को वेस्टइंडीज के खिलाफ पांचवें टी-20 में भारत के नंबर 8 के रूप में इस्तेमाल किया गया था। लेकिन उन्हें इंटर नेशनल क्रिकेट में बल्लेबाजी करने के बहुत कम मौके मिले हैं और उनका IPL में स्ट्राइक रेट 67.57 है।
भारत के अंतिम चार बल्लेबाजों में सबसे ज्यादा अनुभवी बल्लेबाज कुलदीप यादव का टी-20 स्ट्राइक रेट 77.95 है, जो 10वें नंबर के युजवेंद्र चहल से काफी बेहतर है, जिनका स्कोर 46.15 है।
वर्ल्ड में हमारी टीम वर्तमान में खेली जा रही टीम से अलग होगी: द्रविड़
द्रविड़ ने रविवार को वेस्टइंडीज के खिलाफ पांचवे टी-20 में हार के बाद कहा, “वर्ल्ड में हमारी टीम वर्तमान में खेली जा रही टीम से अलग होगी। हमारे पास यहां जो टीम थी, उसके संदर्भ में हमें बदलाव करने के लिए संयोजन बनाने में ज्यादा मौका नहीं मिला। हमें कुछ ऐसे क्षेत्रों पर गौर करना होगा जहां हम बेहतर कर सकते हैं।”
भारतीय टीम के कोच ने कहा, “बल्लेबाजी में गहराई ढूंढना एक ऐसा क्षेत्र है जिस पर हम ध्यान देने की कोशिश कर रहे हैं और जितना संभव हो सके उतना अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन यह एक ऐसा क्षेत्र है जिस पर हमें काम करना होगा। हमें अपनी बॉलिंग अटैक को कमजोर भी नहीं करना और बल्लेबाजी में गहराई भी पैदा करनी होगी। जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ रहा है, टी-20 मैचों में स्कोर भी बड़े होते जा रहे हैं।”
द्रविड़ के अनुसार, वेस्टइंडीज दौरे की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक….यशस्वी जयसवाल, तिलक वर्मा और मुकेश कुमार जैसे नए युवा खिलाड़ियों का प्रदर्शन है।
जयसवाल ने टेस्ट डेब्यू में शतक के साथ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा। इसके बाद उन्होंने चौथे टी20I में 84* रनों की तूफानी पारी खेली। दूसरी ओर, तिलक 140 से अधिक की स्ट्राइक रेट से 173 रन बनाकर टी20 सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे।