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वाणिज्यिक वाहन को निर्माण गतिविधियों से रफ्तार

Published by
बीएस संवाददाता
Last Updated- December 12, 2022 | 7:33 AM IST

फरवरी में घरेलू वाणिज्यिक वाहनों (सीवी) की बिक्री को विनिर्माण एवं बुनियादी ढांचा क्षेत्र की गतिविधियों में तेजी से बल मिला। महीने के दौरान ट्रक श्रेणी में सकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई जबकि बस श्रेणी में दबाव अब भी बरकरार है।
महीने के दौरान घरेलू बाजार में टाटा मोटर्स के वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री 22 फीसदी बढ़कर 31,248 वाहन हो गई जो एक साल पहले की समान अवधि में 25,572 वाहन रही थी। क्रमिक आधार पर बिक्री में 2 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई जिसे मझोले एवं भारी वाणिज्यिक वाहन (एनऐंडएचसीवी) श्रेणी से बल मिला। महीने के दौरान एमएचसीवी श्रेणी में 30 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई जबकि आईऐंडएलसीवी श्रेणी में 68 फीसदी की वृद्धि रही। हालांकि यात्री मालवाहक श्रेणी में 63 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।
टाटा मोटर्स के प्रवक्ता ने कहा कि वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री बढ़ी है और तिमाही दर तिमाही उसमें वृद्धि हो रही है। कंपनी के वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री में वित्त वर्ष 2021 की तीसरी तिमाही के दौरान दूसरी तिमाही के मुकाबले 82 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। कंपनी ने उम्मीद जताई है कि चौथी तिमाही में भी वृद्धि की रफ्तार बरकरार रहेगी। प्रवक्ता ने कहा कि आर्थिक गतिविधियों में धीरे-धीरे सुधार होने से एमऐंडएचसीवी टिपर ट्रक श्रेणी का प्रदर्शन दमदार रहा। निर्माण संबंधी गतिविधियों के सुचारु होने के अलावा लॉकडाउन के बाद की अवधि में नई परियोजनाओं की घोषणा ने पिछले छह महीनों के दौरान टिपर ट्रकों की मांग के लिए उत्प्रेरक का काम किया है। केंद्र सरकार और राज्य सरकारों द्वारा राजमार्ग, पुल एवं सुरंग, बंदरगाह कनेक्टिविटी के साथ-साथ सिंचाई, जल संसाधन, कोयला और लौह अयस्क जैसी कई बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की घोषणा किए जाने से वाणिज्यिक वाहन श्रेणी को रफ्तार मिली है।
इस्पात, पीओएल (पेट्रोलियम, ऑयल ऐंड लुब्रिकेंट्स), यात्री कार और फार्मा उद्योग से मांग बढऩे के कारण कार्गो श्रेणी में वृद्धि को मदद मिल रही है। छोटे वाणिज्यिक वाहन, पिक-अप और आईऐंडएलसीवी श्रेणी को भी ग्रामीण अर्थव्यवस्था में सुधार और ई-कॉमर्स क्षेत्र में तेजी से बल मिला है।
अशोक लीलैंड के एमऐंडएचसीवी ट्रकों की बिक्री फरवरी 2021 में 44 फीसदी बढ़कर 6,790 वाहन हो गई जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह आंकड़ा 4,706 वाहनों का रहा था। लेकिन बस श्रेणी में बिक्री 84 फीसदी घटकर 324 वाहन रह गई। एक साल पहले की समान अवधि में कंपनी ने 2,039 बसों की बिक्री की थी। हालांकि महीने के दौरान कुल एमऐंडएचसीवी श्रेणी की बिक्री 5 फीसदी बढ़कर 7,114 वाहन हो गई जो एक साल पहले की समान अवधि में 6,745 वाहन रही थी। इसी प्रकार एलसीवी श्रेणी में कंपनी के वाहनों की बिक्री 46 फीसदी बढ़कर 5,662 वाहन हो गई जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह आंकड़ा 3,867 वाहनों का रहा था।
अशोक लीलैंड के सीओओ अनुज कथुरिया ने पहले कहा था कि महीना दर महीना बिक्री बढ़ रही है लेकिन जनवरी की बिक्री उम्मीद के मुताबिक नहीं रही। ऐसा नहीं है कि मांग नहीं थी बल्कि आपूर्ति शृंखला की समस्याओं के कारण ऐसा हुआ। हालांकि बस श्रेणी में बिक्री सामान्य वार्षिक बिक्री के मुकाबले महज 10 से 15 फीसदी तक पहुंच पाई है। आईसीवी की मांग पिछले साल के मुकाबले अधिक हो चुकी है जबकि टिपर की मांग लगभग पिछले साल के स्तर तक पहुंच गई है।
वीई कमर्शिल व्हीकल्स ने कहा कि घरेलू वाणिज्यिक वाहन बाजार में फरवरी 2021 के दौरान आयशर ब्रांड के ट्रकों एवं बसों की बिक्री 4,825 वाहनों की रही जो एक साल पहले की समान अवधि में हुई बिक्री के मुकाबले 24.5 फीसदी अधिक है।

First Published : March 2, 2021 | 11:13 PM IST