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2024 की झलक: शाही शादी, राष्ट्रीय शोक और AI का दबदबा

राष्ट्रीय शोक: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का निधन

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बीएस संवाददाता   
Last Updated- December 31, 2024 | 10:19 PM IST

2024 में ऐसे कई मौके आए जिन्होंने भारत और विश्व को झकझोरा। जहां एक ओर शाही शादियों और सिनेमाई सफलता ने सुर्खियां बटोरीं, वहीं दूसरी ओर राजनीतिक घटनाओं, राष्ट्रीय शोक, और विवादित मामलों ने लोगों का ध्यान खींचा। इस वर्ष ने खुशियां, शोक, विवाद और बदलाव सब कुछ समेटे रखा। विवाह के मौके भी आए और कॉन्सर्ट भी हुए, आंसू भी छलके और मुस्कानें भी बिखरीं, विवाद भी हुए और सवाल भी उठे। इसके अलावा ऐसे भी वक्त आए जब समय खुद ठहर सा गया।

शाही शादी:

साल की सबसे शानदार शादी में पूरा बॉलीवुड बाराती बना हुआ था और विश्व भर से आए सेलेब्रिटी दुल्हन के साथ थे। यह शादी थी अरबपति कारोबारी मुकेश अंबानी के बेटे अनंत अंबानी की। वह 12 जुलाई को मुंबई के जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में राधिका मर्चेंट के साथ शादी के बंधन में बंधे। समारोह में शामिल होने वाले अतिथियों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन और टोनी ब्लेयर, रेसलर जॉन सीना और कनाडा के मशहूर पॉप गायक जस्टिन बीबर तक शामिल थे।

राष्ट्रीय शोक:

26 दिसंबर को देश के 14वें प्रधानमंत्री और देश में आर्थिक सुधारों के शिल्पकार मनमोहन सिंह का नई दिल्ली में निधन हो गया, वह 92 वर्ष के थे। टेक्नोक्रेट से राजनेता बने सिंह ने देश को मुश्किल समय से उबारा था। वह 2004 से 2014 तक लगातार दो कार्यकालों में देश के प्रधानमंत्री रहे। यह वह समय था जब देश ने तेज आर्थिक वृद्धि हासिल की और अर्थव्यवस्था का आकार बढ़कर करीब दो लाख करोड़ डॉलर हो गया।

दुस्साहसी हमला:

जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई, जिसे फिल्म अभिनेता सलमान खान को धमकाने के लिए जाना जाता है, वह एक बार फिर सुर्खियों में आया जब उसके गैंग का नाम 12 अक्टूबर को हुई राकांपा विधायक और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या से जोड़ा गया। बिश्नोई 2014 से ही गुजरात की साबरमती जेल में बंद है लेकिन उसकी गैंग हत्या और वसूली जैसे अपराध लगातार कर रही है।

असाधारण अतिथि:

सितंबर में देश के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश धनंजय वाई चंद्रचूड़ ने गणेश पूजा के अवसर पर अपने निजी आवास पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मेजबानी की। इस अनौपचारिक मुलाकात के बाद अटकलों का दौर शुरू हो गया। इस पर मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि ऐसी मुलाकातों में कोई सौदेबाजी नहीं होती। चंद्रचूड़ 10 नवंबर को सेवानिवृत्त हुए और न्यायमूर्ति संजीव खन्ना देश के 51वें मुख्य न्यायाधीश बने। खन्ना कार्यकाल 15 मई 2025 को समाप्त होगा।

सिनेमाई सफलता:

ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट, यह भारत और फ्रांस के बीच सह निर्माण द्वारा बनी फिल्म है जिसे पायल कपाड़िया ने निर्देशित किया है। इस फिल्म ने मई में कान फिल्म समारोह में ग्रां प्री जीतने वाली पहली भारतीय फिल्म होने का गौरव हासिल किया। दो गोल्डन ग्लोब नामांकनों के अलावा इस मलयालम फिल्म को अमेरिका-कनाडा क्रिटिक्स चॉइस अवॉर्ड 2025 के लिए भी नामांकित किया गया।

सदन में प्रियंका:

एक लंबे इंतजार के बाद आखिरकार प्रियंका गांधी ने लोक सभा का चुनाव लड़ा और सदन में पहुंचीं। उन्होंने अपने भाई राहुल गांधी द्वारा केरल की वायनाड लोक सभा सीट खाली करने के बाद वहां से चुनाव लड़ा था। उन्हें चार लाख से अधिक मतों से जीत मिली।

सिने जगत का काला सच:

अगस्त में हेमा समिति की रिपोर्ट ने मलयालम फिल्म उद्योग में महिलाओं के यौन शोषण और कार्यस्थल पर उनके साथ गलत व्यवहार का काला सच उजागर किया। मी-टू की सचाइयां सामने आने के बाद एसोसिएशन ऑफ मलयालम मूवी आर्टिस्ट को भंग करना पड़ा। रिपोर्ट के निष्कर्षों के आधार पर 30 से अधिक एफआईआर दर्ज की गईं।

ट्राम का आखिरी सफर:

लगातार कम होते यात्रियों को देखते हुए कोलकाता ने अपनी मशहूर ट्राम सेवा को 151 वर्षों के संचालन के बाद आखिरकार बंद कर दिया। सन 1873 में शुरू हुई ट्राम एक समय कोलकाता शहर की विरासत मानी जाती थी। फिल्मकारों को भी ट्राम के दृश्य फिल्माना बहुत पसंद था। बहरहाल, शहर में बढ़ती भीड़भाड़ और यातायात की समस्या तथा ट्राम के घटते इस्तेमाल के कारण इसे बंद करना पड़ा।

कॉन्सर्ट में अफरातफरी:

ब्रिटिश रॉक बैंड कोल्डप्ले और पंजाबी गायक-कलाकार दिलजीत दोसांझ के इंडिया टूर को लेकर शुरुआती उत्साह के बाद टिकटों को लेकर मची अव्यवस्था ने प्रशंसकों को निराश कर दिया। टिकट जारी होने के कुछ ही मिनटों में बिक गए और बाद में उन्हें वेबसाइट पर बढ़ी हुई कीमतों पर बेचा गया। इससे विवाद उत्पन्न हुआ और यह मामला पुलिस जांच का विषय भी बना।

एआई की केंद्रीय भूमिका:

पहली बार भौतिकी के नोबेल पुरस्कार में आर्टिफिशल इंटेलिजेंस यानी एआई का दबदबा रहा। अमेरिकी भौतिकीविद जॉन हॉपफील्ड और ब्रिटिश-कनाडाई कंप्यूटर विज्ञानी ज्योफ्रे हिंटन को मशीन लर्निंग और न्यूट्रल नेटवर्क पर उनके काम के लिए पुरस्कृत किया गया।

First Published : December 31, 2024 | 10:19 PM IST