प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी माणिक साहा के नेतृत्व वाले मंत्रिपरिषद के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए बुधवार को त्रिपुरा पहुंचे।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष जे. पी. नड्डा कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहले ही त्रिपुरा आ चुके हैं।
साहा त्रिपुरा के मुख्यमंत्री पद के लिए दूसरी बार शपथ लेंगे। साठ सदस्यीय त्रिपुरा विधानसभा में भाजपा ने 32 सीट पर जीत दर्ज की है, जबकि इसकी सहयोगी इंडिजेनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (IPFT) को एक सीट मिली है।
भाजपा के एक नेता ने कहा, ‘‘यह पहली बार है कि किसी भी वामपंथी विरोधी सरकार ने पिछले तीन दशकों में त्रिपुरा में अपनी सत्ता बरकरार रखी है। हमें उम्मीद है कि त्रिपुरा में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करेगी।’’
वर्ष 1988 में कांग्रेस-टीयूजेएस ने वाम दल को परास्त करके त्रिपुरा में सरकार बनाई थी, लेकिन यह गठबंधन वर्ष 1993 में वाम दल से हार गया। इस बीच वाममोर्चा के एक वरिष्ठ नेता रखाल मजुमदार ने बताया कि विपक्षी दलों मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और कांग्रेस ने राज्य में चुनाव के बाद हुई हिंसा के विरोध में BJP-IPFT सरकार के शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार करने का फैसला किया है।