विधानसभा चुनावों के ठीक पहले बड़ी परियोजनाओं और लोक लुभावन योजनाओं के लिए उत्तर प्रदेश सरकार पूरक बजट लाएगी। उत्तर प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र 15 दिसंबर को शुरू होगा। सरकार की तैयारी को देखते हुए लग रहा है कि यह मौजूदा विधानसभा का अंतिम सत्र हो सकता है।
योगी सरकार शीतकालीन सत्र में जहां चार महीनों के कामकाज के लिए लेखानुदान लाएगी, वहीं नई लोक लुभावन योजनाओं और पुरानी परियोजनाओं को गति देने के लिए पूरक बजट लाकर धनराशि की व्यवस्था करेगी। काशी-विश्वनाथ गलियारे के पहले चरण के उद्घाटन और अयोध्या में राम मंदिर के चल रहे निर्माण के बीच प्रदेश सरकार इस बार के पूरक बजट में मथुरा के लिए कई योजनाओं की शुरुआत कर सकती है। मथुरा के लिए कई धार्मिक परियोजनाओं की शुरुआत का ऐलान शीतकालीन सत्र में किया जा सकता है। पूरक बजट में गंगा एक्सप्रेसवे, गोरखपुर मेट्रो परियोजना और जेवर एयरपोर्ट के लिए धनराशि का प्रावधान किया जा सकता है। छात्रवृत्ति की मद में भी और बजट का इंतजाम किए जाने की उ मीद है। विधानसभा सचिवालय से मिली जानकारी के मुताबिक विधानसभा चुनाव के मद्देनजर योगी सरकार अगले वित्त वर्ष के लिए पूर्ण बजट लाने के बजाए चार महीने का लेखानुदान शीतकालीन सत्र में पास कराएगी। इसके साथ ही वर्तमान वित्त वर्ष का दूसरा पूरक बजट लाया जा सकता है। चुनावों को देखते हुए योगी सरकार शीतकालीन सत्र के दौरान कई महत्त्वपूर्ण घोषणाएं भी कर सकती है। वित्त विभाग के अधिकारियों के मुताबिक शीतकालीन सत्र में योगी सरकार अगले वित्त वर्ष के पहले चार महीनों के लिए लेखानुदान लाएगी। अप्रैल 2022 से जुलाई 2020 तक के लिए पेश किए जाने वाले इस लेखानुदान का आकार 1.75 लाख करोड़ रुपये हो सकता है।
हालांकि अभी विधानसभा के शीतकालीन सत्र का कार्यक्रम तय होना है, लेकिन इतना साफ है कि चुनावी गहमागहमी व विभिन्न कार्यक्रमों के देखते हुए इसकी अवधि छोटी रखी जाएगी। सोमवार को कैबिनेट बाई सर्कुलेशन के तहत प्रदेश सरकार ने 15 दिसंबर से विधानसभा सत्र बुलाए जाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। विधानसभा सत्र की शुरुआत के बाद ठीक अगले ही दिन योगी मंत्रिमंडल की बैठक वाराणसी में प्रस्तावित है।
