दीवाली के मौके पर बुधवार को एक बार फिर से अयोध्या में सरयू नदी के तट पर बड़े पैमाने पर दीप जलाने का रिकॉर्ड बनाते हुए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने परियोजनाओं की झड़ी लगा दी। अगले कुछ महीनों में होने जा रहे उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों और राम मंदिर को प्रमुख चुनावी मुद्दा बनाने की कवायद के चलते बुधवार को दीपोत्सव कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में 661 करोड़ रुपये की 50 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। उत्तर प्रदेश में 2017 में सत्ता संभालने के बाद से लगातार हर साल प्रदेश सरकार दीवाली के मौके पर अयोध्या में सरयू तट पर दीपोत्सव का कार्यक्रम आयोजित कर रही है। हर साल अयोध्या में एक साथ इतने दीप जलाने का विश्व रिकॉर्ड भी बन रहा है। मंगलवार को ही फैजाबाद रेलवे स्टेशन का नाम भी बदल कर अयोध्या कैंट कर दिया गया है।
बुधवार को दीपोत्सव कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि अयोध्या अब एक नई सांस्कृतिक नगरी के रूप में दुनिया के अंदर छानी चाहिए। उन्होंने कहा कि दुनिया की कोई ताकत 2023 तक अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर के निर्माण को नहीं रोक सकती। मुख्यमंत्री ने धनतेरस के मौके पर अयोध्या में निकाली गयी राम यात्रा का स्वागत भी किया।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री बनने के बाद से अब तक योगी आदित्यनाथ साढ़े चार सालों में 30 बार अयोध्या आ चुके हैं। उन्होंने ही फैजाबाद का नाम बदल कर अयोध्या किया है। इससे पहले अय़ोध्या कस्बा फैजाबाद जिले का एक हिस्सा था। अब पूरे जिले को अयोध्या का नाम दिया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अब तक के हर बजट में अयोध्या के विकास के लिए धनराशि आवंटित की है। बजट में अयोध्या के लिए हर बार कुछ खास परियोजनाओं का ऐलान किया गया है। चालू वित्त वर्ष 2021-22 के बजट में भी अयोध्या के लिए 140 करोड़ का प्रावधान जबकि सुविधाओं, सुंदरीकरण के लिए 100 करोड़ रुपये, संपर्क मार्ग निर्माण के लिए 300 करोड़ रुपये, श्री राम एयरपोर्ट के लिए 101 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। वर्तमान में यहां कुल 3116 करोड़ रुपये की परियोजनाओं पर काम जारी है। जबकि 8000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की जा चुकी है।
प्रदेश सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि योगी सरकार नें 2017 में ही भव्य दीपोत्सव की शुरुआत की और बुधवार को रामनगरी में पांचवां दीपोत्सव का आयोजन किया गया है। उन्होंने बताया कि जल्द ही 1100 एकड़ में नव्य अयोध्या विकसित होगी और यहां के विकास के लिए 20000 करोड़ रुपये की योजनाएं बनाई गयी हैं। प्रदेश सरकार ने अयोध्या के सभी प्रवेश द्वारों पर नागर शैली से सजावट की है।