वाहन दिग्गज महिंद्रा ऐंड महिंद्रा ने बुधवार को कहा कि वह अपनी दोपहिया इकाई क्लासिक लीजेंड्स प्राइवेट लिमिटेड (सीएलपीएल) में बाहरी निवेशकों के साथ 875 करोड़ रुपये निवेश अगले दो से तीन साल में करेगी।
नियामकीय सूचना में एमऐंडएम ने कहा कि वह 525 करोड़ रुपये निवेश करेगी जबकि बाकी 350 करोड़ रुपये मौजूदा व नए निवेशकों की तरफ से आएगा। हालांकि कंपनी ने नए निवेशकों के बारे में जानकारी नहीं दी। कंपनी ने कहा, क्लासिक लीजेंड्स 875 करोड़ रुपये के प्रस्तावित निवेश का इस्तेमाल कारोबार की मजबूती में करेगी।
अधिसूचना में कहा गया है, इस निवेश के बाद कंपनी के पास सीएलपीएल की 60 फीसदी चुकता इक्विटी पूंजी बनी रहेगी और सीएलपीएल कंपनी की सहायक के तौर पर बरकरार रहेगी। सीएलपीएल जावा, येजदी और बीएसए बाइक बनाती है।
दोपहिया कारोबार में एमऐंडएम ने निवेश का फैसला ऐसे समय लिया है जब उसकी समकक्ष कंपनियां प्रीमियम बाइक पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं। देसी बाइक निर्माता मसलन हीरो मोटोकॉर्प ने प्रीमियम बाइक विनिर्माता हार्ली डेविडसन संग गठजोड़ किया है, वहीं बजाज ऑटो ने ट्रायम्फ मोटरसाइकल्स के साथ करार किया है।
सीएलपीएल ने हेरिटेज ब्रांडों मसलन येजदी व जावा को फिर से उतारा है। कंपनी प्रीमियम सेगमेंट में खासी बाजार हिस्सेदारी पाने में सक्षम है, जहां अभी आयशर मोटर्स की रॉयल एनफील्ड का वर्चस्व है। भारत में प्रीमियम बाइक (250 सीसी की इंजन क्षमता व कीमत 1.5 लाख रुपये या ज्यादा) का बाजार अनुमानित तौर पर 7 से 8 लाख सालाना है। इस बाजार में रॉयल एनफील्ड की सबसे ज्यादा हिस्सदारी है।
आइकॉनिक चेक मोटरसाइकल ब्रांड जावा और फिर येजदी को बहाल करने के लिए महिंद्रा ने साल 2018 में फी कैपिटल के संस्थापक अनुपम थारेजा और रियल एस्टेट दिग्गज बोमन ईरानी के साथ हाथ मिलाया था। महिंद्रा ऐंड महिंद्रा के पास सीएलपीएल की 60 फीसदी हिस्सेदारी है, वहीं थरेजा व ईरानी के पास करीब 20-20 फीसदी हिस्सेदारी है।