मध्य प्रदेश सरकार ने 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का टीकाकरण शुरू करने के क्रम में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को कोविशील्ड टीके की 45 लाख खुराकों का पहला ऑर्डर दे दिया है। प्रदेश के स्वास्थ्य आयुक्त आकाश त्रिपाठी ने इसकी पुष्टि करते हुए बिज़नेस स्टैंडर्ड से कहा, ‘हां हमने सीरम इंस्टीट्यूट को टीके की 45 लाख खुराक का ऑर्डर दिया है। हम चाहते हैं कि प्रदेश में टीकाकरण की गति यथासंभव तेज की जाए।’ अनुमान है कि इस ऑर्डर पर सरकार करीब 180 करोड़ रुपये खर्च करेगी। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक भारत बायोटेक की स्वदेशी कोवैक्सीन टीके की हर खुराक की कीमत 600 रुपये है जबकि कोविशील्ड की कीमत प्रति खुराक 400 रुपये है। यही कारण है कि सरकार ने आरंभिक ऑर्डर कोविशील्ड का दिया गया है।
प्रदेश में 18 से 45 वर्ष की उम्र के करीब 3.40 करोड़ लोगों के टीकाकरण पर सरकार को 2,700 करोड़ रुपये से अधिक की राशि व्यय करनी होगी। प्रदेश सरकार आगामी एक मई से शुरू हो रहे सप्ताह में इंदौर और भोपाल में करीब एक लाख लोगों का टीकाकरण करने का लक्ष्य बना चुकी है। ये दोनों जिले कोविड संक्रमण से सर्वाधिक प्रभावित है।
राज्य के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग कहते हैं कि मध्य प्रदेश शुरुआत से ही टीकाकरण के मामले में देश के अन्य राज्यों से अच्छी स्थिति में रहा है। प्रदेश में अब तक करीब 80 लाख लोगों को टीका लगाया जा चुका है। ये सभी फ्रंटलाइन वर्कर, स्वास्थ्य कर्मी और 45 वर्ष से अधिक आयु के लोग हैं। उन्होंने अनुमान जताया कि 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों का टीकाकरण शुरू होते ही यह आंकड़ा और तेजी से सुधरेगा।