झारखंड के संथाल परगना क्षेत्र में स्थित देवघर में उद्योग बिजली की किल्लत से जूझ रहे हैं। इस क्षेत्र में तकरीबन 50 छोटे-बड़े लौह उद्योग हैं। इन उद्योगों में हजारों लोगों को रोजगार मिला है।
लेकिन, पर्याप्त मात्रा में बिजली आपूर्ति नहीं होने से इलाके के ज्यादातर उद्योगों पर ताला जड़ चुका है। यह हालत तब है, जब राज्य में सरप्लस बिजली का उत्पादन हो रहा है।
वर्तमान में करीब दर्जन भर रोलिंग मिलों पर ताला जड़ चुका है, वहीं केवल दो मिल-भवानी फेरस प्राइवेट लिमिटेड और विक्रोमेटिक स्टील प्राइवेट लिमिटेड ही चालू हालत में हैं। राज्य विद्युत बोर्ड के चेयरमैन बी के वर्मा ने कहा कि जामताड़ा से होकर देवघर तक ट्रांसमिशन लाइन जर्जर हो चुकी है। इस कारण बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई है।