इस साल त्योहारी सीजन के कारोबार से दिल्ली सरकार के खजाने को भरने में काफी मदद मिली है। त्योहारी सीजन के तीन प्रमुख महीनों के दौरान बिक्री बढऩे से दिल्ली सरकार के जीएसटी संग्रह में 23 फीसदी वृद्धि हुई है। कोरोना की मार झेल चुके कारोबार को इस साल खासकर दीवाली के कारोबार से काफी राहत मिली।
देश में त्योहारी सीजन खासकर दीवाली और इससे पहले पडऩे वाले त्योहारों के लिए अगस्त से खरीद जोर पकड़ती है। इस साल दीवाली नवंबर के शुरुआत में थी। ऐसे में त्योहारों के लिए अगस्त-अक्टूबर महीने में बिक्री हुई। इस बिक्री का जीएसटी संग्रह सितंबर-नवंबर महीने में हुआ। दिल्ली सरकार को इस साल सितंबर-नवंबर महीने की अवधि में करीब 12,040 करोड़ रुपये का जीएसटी संग्रह प्राप्त हुआ, जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह आंकड़ा 9,770 करोड़ रुपये था। इस तरह इस साल सितंबर-नवंबर अवधि में जीएसटी संग्रह में करीब 23 फीसदी बढ़ोतरी दर्ज की गई। त्योहारों के आखिरी महीने अक्टूबर में हुई बिक्री पर नवंबर में प्राप्त जीएसटी पिछली समान अवधि से करीब 29 फीसदी ज्यादा रहा। दिल्ली सरकार को नवंबर में करीब 2,193 करोड रुपये जीएसटी प्राप्त हुआ, जबकि पिछले साल नवंबर में करीब 1,706 करोड रुपये जीएसटी प्राप्त हुआ था।
दिल्ली सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि चालू वित्त वर्ष जीएसटी वसूली के लिए अच्छा साबित हो रहा है। केंद्र व राज्य की एजेंसियों द्वारा कर चोरों और फर्जी बिल बनाने वालों पर की जा रही सख्ती से जीएसटी वसूली पहले से ही सुधर रही थी। त्योहारी सीजन के कारोबार से जीएसटी वसूली में तेज वृद्धि दर्ज की गई। क्योंकि कोरोना की मार झेल रहे कारोबार को त्योहारों पर बढी मांग से काफी सहारा मिला। बिक्री बढने का असर जीएसटी संग्रह पर भी दिखा। जिस तरह से आर्थिक हालात सुधर रहे हैं, उसे देखते हुए आगामी महीनों में भी जीएसटी वसूली में बढोतरी जारी रहने की उम्मीद है। आमतौर पर वित्त वर्ष की आखिरी तिमाही में वैसे भी राजस्व वसूली अच्छी होती है।
