दिल्ली में इस माह सभी पात्र लोगों को टीके की पहली खुराक लग सकती है। नवंबर में टीका लगने की रफ्तार धीमी रही थी। लेकिन इस माह कोरोना का नया रूप आने से टीके की रफ्तार भी तेज हो गई है। नवंबर में औसतन 76 हजार टीके रोजाना के हिसाब से करीब 23 लाख कुल टीके लगे थे, जबकि इस माह अब तक 10 दिन में 1.20 लाख औसतन रोजाना टीके के हिसाब से 12 लाख टीके लग चुके हैं। दिल्ली में 18 साल से ज्यादा उम्र के करीब 149 लाख लोग टीका लगने के पात्र है। इनमें करीब 92 लाख लोग 18 से 44 आयु वर्ग वाले, जबकि करीब 57 लाख लोग 45 व इससे ज्यादा आयु वर्ग वाले हैं।
दिल्ली में 143.55 लाख लोगों को टीके की पहली खुराक लग चुकी है, जबकि 149 लाख लोग टीके के पात्र हैं। इस तरह 96 फीसदी से ज्यादा पात्र आबादी को टीके की पहली खुराक लग चुकी है। सभी पात्र लोगों को पहली खुराक के लिए करीब 5.50 लाख लोगों को टीके और लगने हैं। इस माह अब तक करीब 12 लाख टीके लग चुके हैं। इनमें से करीब 4.5 लाख पहली खुराक हैं। इस तरह रोजाना औसतन 45 हजार से अधिक रोजाना टीके की पहली खुराक लोगों को लगाई गई है। सभी को पहली खुराक के लिए 5.50 लाख टीके की और जरूरत है। मौजूदा रफ्तार से 25 दिसंबर तक दिल्ली में सभी पात्र लोगों को टीके की पहली खुराक लग सकती है। अगर पहली खुराक की रफ्तार धीमी या रोजाना 25 से 30 हजार भी पहली खुराक लगी, तब भी इस माह सभी पात्रों को टीके की पहली खुराक लग जाएगी।
दिल्ली में अब तक 96 लाख लोगों को टीके की दोनों खुराक लग चुकी हैं। जो कुल लगने वाली दोनों खुराक का 64 फीसदी से ज्यादा हिस्सा है। दिल्ली में दोनों खुराक मिलाकर कुल 239.50 लाख टीके लग चुके हैं, जबकि करीब 298 लाख टीके लगने हैं।
