पंजाब के रियल एस्टेट डेवलपरों को भी देश के बाकी डेवलपरों की तरह मंदी के बुरे दौर से गुजरना पड़ रहा है।
ऐसे में जहां ग्राहक रियल एस्टेट की बुरी हालत को देखते हुए दाम कम होने का इंतजार कर रहे हैं, तो डेवलपरों ने प्रॉपर्टी के दाम घटाने से साफ इनकार कर दिया है। इस कारण पंजाब में रियल एस्टेट कारोबार रूक सा गया है।
पीपीआर समूह के प्रबंध निदेशक राजन चोपड़ा ने बताया, ‘अधिकतर आवासीय परियोजनाएं जालंधर में नकोदर रोड, कपूरथला रोड, होशियारपुर रोड जैसे इलाकों में बन रही है। इन इलाकों में जमीन की कीमत 5,000 रुपये प्रति वर्ग यार्ड से लेकर 12,000 रुपये प्रति वर्ग यार्ड के बीच में है। पिछले साल से इस इलाके में जमीन की कीमत यही चल रही है। प्लॉटों के लिए कोई खरीदार नहीं आ रहे हैं और सिर्फ 15 लाख रुपये से 25 लाख रुपये की कीमत वाले फ्लैट्स ही बिक रहे हैं।’
लुधियाना में भी रियल्टी बाजार रूका हुआ है और लोग दामों में कमी आने की उम्मीद कर रहे हैं। लुधियाना के स्थानीय डेवलपरों ने बताया कि मंदी के कारण आवासीय परियोजनाओं पर बुरा असर पड़ा है।
इसका कारण है डेवलपरों का दाम नहीं घटाने के प्रति अड़ियल रवैया। खरीदार प्रॉपर्टी की कीमतों में 25 से 30 फीसदी की गिरावट आने का इंतजार कर रहे हैं, जबकि पिछले दिनों कीमतों में जो गिरावट आई है वह इतनी अधिक नहीं है। इस वजह से खरीदार अब भी मकान खरीदने के पहले दाम और घटने के इंतजार में हैं।
