दिल्ली की हवा एक दिन राहत दिलाने के बाद अब फिर से बिगड़ गई है। बुधवार को खराब श्रेणी में रहने के बाद वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) गुरुवार को बहुत खराब श्रेणी में पहुंच गया। दिल्ली के साथ एनसीआर के शहरों में भी प्रदूषण स्तर में बढोतरी हुई है। गाजियाबाद और गुरुग्राम में तो प्रदूषण दिल्ली से ज्यादा बढ़ा है। प्रदूषण बढ़ने की वजह हवा चलने की रफतार कम होना मानी जा रही है।
AQI खराब श्रेणी से बढ़कर बहुत खराब श्रेणी में पहुंचा
दीवाली के कारण बढ़े प्रदूषण से बुधवार को कुछ राहत मिली थी। लेकिन गुरुवार को यह राहत खत्म हो गई और प्रदूषण में बढ़ोतरी दर्ज की गई और वायु गुणवत्ता सूचकांक दीवाली के अगले दिन की सुबह से भी ज्यादा हो गया। रोजाना शाम 4 बजे जारी होने वाले केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के 27 अक्टूबर के AQI बुलेटिन के अनुसार दिल्ली में गुरुवार को बीते 24 घंटे का औसत AQI 354 दर्ज किया गया, जबकि बुधवार को औसत AQI 270 दर्ज किया गया था।
इससे जाहिर है एक दिन में दिल्ली में प्रदूषण में 30 फीसदी से ज्यादा इजाफा हुआ। इसके साथ ही AQI खराब श्रेणी से बढ़कर बहुत खराब श्रेणी में पहुंच गया। दिल्ली के साथ ही पड़ोसी शहरों में भी प्रदूषण बढा। नोएडा में बुधवार की तुलना में गुरुवार को AQI 262 से बढ़कर 354, गाजियाबाद में 276 से बढ़कर 373, गुरुग्राम में 242 से बढ़कर 362 और फरीदाबाद में 250 से बढ़कर 315 हो गया है। आंकडों से जाहिर है कि दिल्ली के मुकाबले गाजियाबाद और गुरुग्राम की हवा ज्यादा खराब हुई है।
‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ कैंपेन टला
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि वाहनों के प्रदूषण को कम करने के लिए 28 अक्टूबर से शुरू होने वाले ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ कैंपेन को उपराज्यपाल द्वारा फाइल रोकने की वजह से स्थगित करना पड़ रहा है, जो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। इस कैंपेन से वाहनों से होने वाले प्रदूषण में 15 से 20 फीसदी कमी आ सकती है। साथ ही ईंधन की बेवजह खपत भी रूकती।