आर्थिक तरक्की के साथ टैक्स का जंजाल भी जटिल होता जा रहा है।
छोटी-बड़ी कंपनियों, कारोबारियों से लेकर समाज के हर व्यक्ति के लिए टैक्स प्लानिंग आज की जरूरत बन गई है, लेकिन इसे समझाने वाले अच्छे चार्टर्ड अकाउंटेंटों (सीए) की समाज में कमी है, जिसकी मुख्य वजह सीए की पढ़ाई के लिए सही व्यवस्था का अभाव है।
इसीलिए मारवाड़ी समाज के राजस्थान विद्यार्थी गृह ने सीए की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों के लिए सुविधाएं बढ़ाने का निश्चय किया है। मुंबई में सीए की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों को छात्रावास की सुविधा देने वाले राजस्थान विद्याथी गृह के न्यासी रामस्वरूप गाडिया ने बताया कि छात्रावास का विस्तार दो चरणों में किया जाएगा। इसमें 18 करोड़ रुपये का खर्च आएगा।
पहले चरण में पांच मंजिल तक कुल 43000 वर्ग फुट के निर्माण में 10 करोड़ रुपये के खर्च का अनुमान है जबकि 6 से 10 मंजिल तक में 30,000 वर्ग फुट के निर्माण में लगभग 8 करोड़ रुपये खर्च होंगे। गाडिया के अनुसार राजस्थान विद्यार्थी गृह में एक साल की फीस सिर्फ 16 हजार रुपये ली जाती है जबकि दूसरे संस्थानों में सीए के लिए सालाना फीस 1 लाख रुपये के आसपास है।
विद्यार्थियों से फीस के रुप में लिया गया पैसा भी उनकी ही सुविधाओं पर खर्च किया जाता है। मुंबई में जितने भी नामी सीए हैं, उनमें ज्यादातर इस संस्था के विद्यार्थी रह चुके हैं। नए छात्रावास का निर्माण 12 मार्च से शुरू हो चुका है। संस्था के न्यासी निर्मल झुनझुनवाला कहते हैं कि 1964 में राजस्थानी विद्यार्थियों के लिए इसे शुरू किया गया था।
अभी इस छात्रावास में करीब 300 छात्र हैं। छात्रावास का विस्तार करने पर छात्रों की संख्या 750 हो जाएगी। हर साल यहां से 100 से अधिक सीए की परीक्षा पास करके निकलते हैं। झुनझुनवाला के अनुसार अभी तक यहां से 6 हजार सीए निकले हैं। सबसे मुश्किल मानी जाने वाली इस परीक्षा में छात्रावास का रिजल्ट 70 फीसदी रहा है।
सीए की तैयारी कराने वाले राजस्थान गृह का होगा 2 चरणों में विस्तार
अभी तक इस मारवाड़ी संस्थान से लगभग 6 हजार सीए निकल चुके हैं
1964 में राजस्थानी छात्रों को सीए की तैयारी कराने के लिए शुरू किया गया था