Adani Ports ने 5,000 करोड़ के बॉन्ड का पूरा पैसा LIC से जुटाया, जारी किए 15 साल की अवधि के डिबेंचर

Adani Ports ने 15 साल की सबसे बड़ी बॉन्ड इश्यूअेंस की, पैसा डेब्ट चुकाने और पोर्ट विकास में लगेगा

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अंजलि कुमारी   
सुब्रत पांडा   
Last Updated- May 30, 2025 | 8:33 AM IST

सरकारी जीवन बीमा निगम (LIC) ने गुरुवार को Adani Ports और स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन (APSEZ) के ₹5,000 करोड़ के बॉन्ड इश्यू को पूरी तरह सब्सक्राइब कर लिया। इस बॉन्ड पर कूपन रेट 7.75 प्रतिशत रखा गया है। सूत्रों ने यह जानकारी दी। Adani Ports ने घरेलू पूंजी बाजार से ₹5,000 करोड़ जुटाने के लिए 15 साल की अवधि वाले बॉन्ड जारी किए। यह कंपनी का अब तक का सबसे बड़ा रुपये में जारी किया गया बॉन्ड था और साथ ही पहला 15 साल का बॉन्ड भी था।

केवल LIC ने लगाई बोली

सूत्रों के अनुसार, इस इश्यू के लिए केवल LIC ने बोली लगाई थी। यह प्री-अप्रूव्ड और निजी बातचीत के जरिए हुआ था, इसलिए कोई और बोलीदाता नहीं था। क्योंकि यह बाजार आधारित इश्यू नहीं था, इसलिए इसमें ग्रीन शू विकल्प भी नहीं था। संभव है कि कंपनी को बाज़ार में जाकर ज्यादा कूपन रेट देना पड़ता, इसलिए उसने सीधे LIC से यह सौदा किया। साथ ही, 15 साल का लंबा टेन्योर बैंक और अन्य संस्थागत निवेशकों के लिए कम आकर्षक होता है। हो सकता है कि अन्य बीमा कंपनियां या प्रोविडेंट फंड इसमें हिस्सा ले सकते थे, लेकिन इस बार Adani ने सिर्फ LIC से संपर्क किया। बॉन्ड से जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल कंपनी अपने पुराने कर्ज का पुनर्भुगतान, रीफाइनेंसिंग और पोर्ट के विकास में करेगी।

रॉकफोर्ट फिनकैप के संस्थापक वेणकटकृष्णन श्रीनिवासन के मुताबिक, Adani Ports ने ₹5,000 करोड़ की यह बॉन्ड इश्यू 7.75% कूपन पर निकाली है, जो उसकी अब तक की सबसे लंबी अवधि और सबसे बड़ी रुपये में जारी की गई डेट डील है। भारत में प्राइवेट कंपनियों के लिए इतने लंबे टेन्योर वाली बॉन्ड इश्यू बहुत कम होती हैं। 7.75% कूपन सरकारी बॉन्ड की तुलना में लगभग 126 बेसिस प्वाइंट ज्यादा है, जो इस बात को दर्शाता है कि निवेशकों की बाजार में रुचि मजबूत है।

APSEZ भारत की सबसे बड़ी निजी पोर्ट ऑपरेटर कंपनी है, जिसकी क्षमता 633 मिलियन टन है। वित्त वर्ष 2025 में उसने 450 मिलियन टन कार्गो हैंडल किया। कंपनी के पास 15 घरेलू पोर्ट और टर्मिनल हैं, साथ ही 4 अंतरराष्ट्रीय पोर्ट भी हैं। इसके अलावा यह व्यापक लॉजिस्टिक्स नेटवर्क और विभिन्न समुद्री सेवाएं भी प्रदान करती है।

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क्रिसिल की रेटिंग में टॉप पर APSEZ

क्रिसिल की हाल की रिपोर्ट के अनुसार, APSEZ के बैंक लोन और गैर-कनवर्टिबल डिबेंचर को सबसे अच्छी “AAA” रेटिंग मिली है, जबकि उसके कमर्शियल पेपर्स को भी अच्छी A1+ रेटिंग दी गई है। साथ ही, फिच रेटिंग एजेंसी ने APSEZ के विदेशी मुद्रा में लिए गए लोन की रेटिंग ‘BBB-‘ पर बनाए रखी है और निगेटिव वॉच से हटा दिया है। जनवरी 2024 में APSEZ ने ₹250 करोड़ के 10 साल के बॉन्ड जारी किए थे, तब 10 साल के सरकारी बॉन्ड की ब्याज दर लगभग 7.2% थी। LIC देश का सबसे बड़ा संस्थागत निवेशक है और वित्त वर्ष 2025 में उसने अकेले ₹80,000 करोड़ से ज्यादा का निवेश बॉन्ड में किया है, जो पिछले साल की तुलना में 30% ज्यादा है।

वहीं, गुरुवार को अन्य बड़ी कंपनियों को अपने बॉन्ड के लिए पूरा पैसा जुटाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ा। बजाज फाइनेंस, टाटा कैपिटल, नेशनल बैंक फॉर फाइनेंसिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर एंड डेवलपमेंट (NBFID) समेत कई कंपनियां कुल ₹13,000 करोड़ जुटाना चाहती थीं लेकिन उनमें से कई को पूरा पैसा नहीं मिला। NBFID ₹5,000 करोड़ जुटाना चाहता था लेकिन केवल ₹2,100 करोड़ ही 6.67% पर 5 साल के बॉन्ड से जुटा पाया।

First Published : May 30, 2025 | 8:33 AM IST