तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर स्थित आईफोन असेंबली फर्म फॉक्सकॉन के हॉस्टल में फूड प्वाइजनिंग के शिकार होने के बाद करीब 159 मजदूरों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिला प्रशासन ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि स्थिति पर नजर रखने के लिए कर्मचारियों के प्रतिनिधियों को शामिल कर एक समिति का गठन किया गया है।
समिति और प्रयोगशाला की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस घटना के विरोध में प्रदर्शन कर रहे करीब 92 मजदूरों को हिरासत में ले लिया गया है। रविवार को 1 मरीज को छोड़कर बाकी सभी 158 लोगों की अस्पताल से छुट्टी कर दी गई है। हॉस्टल का किचन बंद कर दिया गया था और रहने व खाने की व्यवस्था कनरे वाले ठेकेदार या कंपनी के खिलाफ कार्यवाई प्रयोगशाला की रिपोर्ट आने के बाद की जाएगी।
इस इकाई की महिला कर्मचारियों ने शनिवार को चेन्नई बेंगलूरु राजमार्ग करीब 16 घंटे तक अवरुद्ध कर रखा, जब यह सूचना आई कि प्रभावित 256 कर्मचारियों में से कुछ की मौत हो गई है। मीडिया की रिपोर्टों के मुताबिक करीब 92 लोगों को राजमार्ग बाधित करने के आरोप में शनिवार को हिरासत में लिया गया है। तिरुवल्लुवर के जिलाधिकारी अल्बी जॉन ने कहा, ‘हमने पहले दिन ही किचन बंद कर दिया और खाना व जलापूर्ति बाहर से की गई। मेडिकल कैंप में करीब 260 लोगों को लक्षण दिखे। अब केवल एक व्यक्ति अस्पताल में है। ठेके की एक एजेंसी खाने पर रिहाइश का प्रबंधन देख रही थी। हमने आगे की कार्रवाई के लिए समिति का गठन किया है और उसकी रिपोर्ट के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी।’ अपने गृह देश ताइवान में फॉक्सकॉन को होन हाई नाम से जाना जाता है, जिसकी यूनिट में करीब 5,000 से 7,00 कर्मचारी हैं। जॉन ने कहा कि भोजन के बारे में प्रयोगशाला की रिपोर्ट आने के बाद हम उचित कार्रवाई करेंगे। फॉक्सकॉन के अधिकारियों से इस मसले पर कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी।
