आपका इस साल कौन सी बात पर फोकस करना चाहेंगे? वैसे, आपके इस श्रोताओं की संख्या कितनी है?
इस साल हम भारत के क्लास टू शहरों पर अपना ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं। इस मार्केट पर कब्जा जमाने के लिए हमने आक्रामक रणनीति बनाई है।
अपने उपभोक्ताओं बनाए रखने के लिए हम रणनीतिक साझेदारी और व्यवसायिक प्रसारण पर ज्यादा जोर देंगे। हम सब्सक्रिप्शन मॉडल पर बिजनेस करते हैं।
अपने 40 स्टेशनों के जरिये हमने अपनी पहुंच को लोगों के बीच काफी बढ़ा दिया है।
वर्ल्डस्पेस इकलौती कंपनी हैं, जिसने 130 देशों में 5 अरब से ज्यादा लोगों के बीच सैटेलाइट रेडियो को पहुंचा दिया है।
भारत में इस वक्त हमारे एक लाख 77 हजार 644 सब्सक्राइबर हैं।
इस साल कौन-कौन से इलाकों पर आप ज्यादा जोर देना चाहेंगे?
वर्ल्डस्पेस सबसे पहले बेंगलुरु में लॉन्च हुआ था। इसका मुख्यालय भी यहीं है। इसलिए यहां और दक्षिण भारत के राज्यों में इस बारे में लोग ज्यादा जानते हैं।
मुंबई और दिल्ली जैसे महानगरों में भी हमें काफी जबर्दस्त रिपॉन्स मिला हैं। हमारे हिसाब से पूर्वी और मध्य भारत में इस बारे में काफी जबर्दस्त मार्केट मौजूद है।
मुल्क में इस वक्त वर्ल्डस्पेस रेडियो के कितने डीलर और डिस्ट्रीब्यूटर मौजूद हैं?
इस वक्त देश में हमारे करीब 74 बिजनेस एसोसिएट हैं। साथ ही, यहां हमारे 2000 हजार से ज्यादा रिटेल ऑउटलेट हैं। हम अपने रिटेल बाजार को इस साल देश के अहम बाजार में बढ़ाने चाहते हैं।
इस वक्त हम कोचीन, पुणे, चंडीगढ़, अहमदाबाद, त्रिवेंद्रम, सूरत, नागपुर और गोवा जैसे नॉन मेट्रो बाजार में भी मौजूद हैं। ये बाजार हमारे लिए काफी अहमियत रखते हैं।
वैसे, हमारी प्राथमिकता मुल्क के टॉप टेन शहरों में अपनी पहुंच को और बढ़ाने की है। इसके बाद ही हम छोटे शहरों में अपनी जगह बनाने के बारे में सोचेंगे।
क्या वर्ल्डस्पेस अपने रेडियो सेट खुद बनाती है?
जी नहीं। हम इसे अपनी शर्तों और मांग के मुताबिक दूसरी कंपनियों से बनवाते हैं। इस वक्त हमारे लिए भारत में बीपीएल रेडियो सेट बनाती है।