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देवताओं के घर में देखिए तकनीक का यह चमत्कार

Last Updated- December 10, 2022 | 5:31 PM IST

फर्ज कीजिए कि आप इडापल्ली में कोच्चि के लिए बस का इंतजार कर रहे हैं। आपको इस इलाके के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है।


आप इस बात को लेकर काफी परेशान हैं कि कब बस मिलेगी और इडापल्ली से कोच्चि जाने में कितना वक्त लगेगा। महज एक एसएमएस आपको इस परेशानी से निजात दिला सकता है। आपको सिर्फ बस नंबर और बस स्टॉप के बारे में सूचना भेजनी है और चंद पलों में इससे संबंधित तमाम जानकारियां आपको उपलब्ध हो जाएंगी।


मसलन फिलहाल आपकी बस कहां है, उसकी स्पीड क्या है और आप जिस बस स्टॉप पर खड़े हैं, वहां तक पहुंचने में उसे कितना वक्त लगेगा।केरल में जल्द ही यह सुविधा हकीकत में तब्दील हो जाएगी। इस बाबत चेन्नै के धनुस टेक्नोलोजीज लिमिटेड ने केरल राज्य प्राइवेट बस ऑपरेटर फेडरेशन के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं।


धनुस टेक्नोलोजी लिमिटेड वैकल्पिक दूरसंचार सेवाएं मुहैया कराने के क्षेत्र में अग्रणी कंपनी है। एमओयू के तहत शोभा अप्लायडडीएसपी और किरण टेक्नोलोजीज जैसी कंपनियों के साथ मिलकर पूरे केरल की प्राइवेट बसों में सैटलाइट पर आधारित यात्री सूचना प्रणाली विकसित की जाएगी। राज्य की बस सेवाओं में प्राइवेट ऑपरेटरों का हिस्सा 85 फीसदी है।


इस खास एमओयू के तहत धनुस केरल के 20 हजार से भी ज्यादा प्राइवेट बसों में अपनी टेलिमैटिक सेवा फ्लीट्रैक मुहैया कराएगी। इस पूरे सिस्टम में हर बस में फ्लीट्रैक उपकरण लगाया जाएगा। इसके अलावा बसों में रिमोट मशीन के साथ जीएसएम मॉडम और वेब आधारित सल्यूशन भी उपलब्ध होंगे।


फ्लीट्रैक गाड़ियों पर नजर रखने का एकीकृत सिस्टम है, जिसके जरिये मुसाफिरों को मल्टिपल मीडिया के माध्यम से गाड़ी संबंधी जानकारी मुहैया कराई जा सकेगी। यह सिस्टम केंद्रीयकृत नेटवर्क ऑपरेटिंग सेंटर के जरिये काम करेगा। बस संबंधी जानकारी के अलावा इस वेब का इस्तेमाल करने वाले लोगों को गूगल मैप के जरिये संबंधित स्थान के बारे में भी जानकारी प्राप्त करने में मदद मिलेगी।


धनुस टेक्नोलोजीज के संयुक्त प्रबंध निदेशक कैप्टन डी. एस. श्रीनिवासन कहते हैं कि इस पहल के जरिये केरल के ट्रांसपोर्ट मालिक अपने मुसाफिरों को बस के लोकेशन, आगमन और प्रस्थान के समय के बारे में जानकारी मुहैया कराकर उनके सफर को और शानदार बना सकेंगे।


साथ ही इस पहल से आम मुसाफिरों के अलावा ‘देवताओं के देश’ में पर्यटन को भी काफी फायदा पहुंचेगा। राज्य में हर साल लाखों विदेशी पर्यटक पहुंचते हैं। इस पहल की वजह से बसों के बारे में जानकारी उनकी उंगिलयों पर होगी और पर्यटकों को बसों के इंतजार में वक्त गंवाना नहीं पड़ेगा।


साथ ही वे इस बाबत जानकारी प्राप्त करने में पेश आने वाली परेशानियों से भी बच सकेंगे। इससे यात्री सूचना प्रणाली से बस ऑपरेटरों को भी फायदा होगा। मसलन अगर बस खराब या दुर्घटनाग्रस्त हो जाती है, तो इसके जरिये तुरंत समस्या से निपटने में मदद मिलेगी। स्थानीय लोगों तक इस प्रणाली का ज्यादा से ज्यादा फायदा पहुंच सके, इसके लिए जानकारी हिंदी और अंग्रेजी के अलावा मलयाली  में भी उपलब्ध होगी।


अनोखी पहल


केरल में अब आपको सिर्फ एसएमएस के जरिये बस नंबर और बस स्टॉप का नाम भेजना है। चंद पलों में इससे संबंधित तमाम जानकारियां आपके पास होगी। मसलन फिलहाल आपकी बस कहां है, उसकी स्पीड क्या है और आप जिस बस स्टॉप पर खड़े हैं, वहां तक पहुंचने में उसे कितना वक्त लगेगा।

First Published - April 9, 2008 | 12:10 AM IST

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