Skip to content
  शनिवार 4 फ़रवरी 2023
Trending
February 4, 2023DU में अनाथ छात्रों के लिए स्नातक, स्नातकोत्तर में दो-दो सीट आरक्षित, शुल्क से छूटFebruary 4, 2023गुजरात के अमरेली में लगे भूकंप के झटके, 3.2 रही तीव्रताFebruary 4, 2023दिल्ली: IB निदेशक के आवास पर CRPF के ASI ने की आत्महत्याFebruary 4, 2023चीन का एक और निगरानी गुब्बारा लातिन अमेरिका के ऊपर से गुजर रहा : पेंटागनFebruary 4, 2023आज नहीं चलेंगी 300 से अधिक ट्रेनें, भारतीय रेलवे ने शताब्दी समेत कई गाड़ियों को किया रद्दFebruary 3, 2023विदेशी शेयरों में घटेगा निवेश!February 3, 2023पॉलिसी पर कर से राजस्व पर असरFebruary 3, 2023स्पेक्ट्रम नीलामी से गैर कर राजस्व का लक्ष्यFebruary 3, 2023अन्वेषण लाइसेंस प्रक्रिया की सुगमता से बढ़ेगा राजस्वFebruary 3, 2023FPI को बजट में नहीं मिली कर से राहत
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  • होम
  • बजट 2023
  • अर्थव्यवस्था
  • बाजार
    • शेयर बाजार
    • म्युचुअल फंड
    • आईपीओ
    • समाचार
  • कंपनियां
    • स्टार्ट-अप
    • रियल एस्टेट
    • टेलीकॉम
    • तेल-गैस
    • एफएमसीजी
    • उद्योग
    • समाचार
  • पॉलिटिक्स
  • लेख
    • संपादकीय
  • आपका पैसा
  • भारत
    • उत्तर प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़
    • बिहार व झारखण्ड
    • राजस्थान
    • अन्य
  • मल्टीमीडिया
    • वीडियो
  • टेक-ऑटो
  • विविध
    • मनोरंजन
    • ट्रैवल-टूरिज्म
    • शिक्षा
    • स्वास्थ्य
  • अन्य
    • विशेष
    • आज का अखबार
    • ताजा खबरें
    • अंतरराष्ट्रीय
    • वित्त-बीमा
      • फिनटेक
      • बीमा
      • बैंक
      • बॉन्ड
      • समाचार
    • कमोडिटी
    • खेल
    • BS E-Paper
बिज़नेस स्टैंडर्ड
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  • होम
  • अर्थव्यवस्था
  • बजट 2023
  • बाजार
    • शेयर बाजार
    • म्युचुअल फंड
    • आईपीओ
    • समाचार
  • कंपनियां
    • स्टार्ट-अप
    • रियल एस्टेट
    • टेलीकॉम
    • तेल-गैस
    • एफएमसीजी
    • उद्योग
    • समाचार
  • पॉलिटिक्स
  • लेख
    • संपादकीय
  • आपका पैसा
  • भारत
    • उत्तर प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़
    • बिहार व झारखण्ड
    • राजस्थान
    • अन्य
  • मल्टीमीडिया
    • वीडियो
  • टेक-ऑटो
  • विशेष
  • विविध
    • मनोरंजन
    • ट्रैवल-टूरिज्म
    • शिक्षा
    • स्वास्थ्य
  • अन्य
  • आज का अखबार
  • ताजा खबरें
  • खेल
  • वित्त-बीमा
    • बैंक
    • बीमा
    • फिनटेक
    • बॉन्ड
  • BS E-Paper
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  लेख  बीते वर्ष के सबक बचाएंगे कोविड-19 के दोहराव से
लेख

बीते वर्ष के सबक बचाएंगे कोविड-19 के दोहराव से

बीएस संवाददाता बीएस संवाददाता —January 4, 2021 11:35 PM IST0
FacebookTwitterLinkedInWhatsAppEmail

सन 2019 समाप्त होने वाला था, जब विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के चीन स्थित स्थानीय कार्यालय को आधिकारिक रूप से यह जानकारी प्रदान की गई कि वुहान शहर में ‘अज्ञात कारणों से फैलने वाले निमोनिया’ का प्रकोप है और इसका केंद्र शहर का सीफूड बाजार है। गत वर्ष 4 जनवरी को डब्ल्यूएचओ ने सबसे पहले इस निमोनिया के बारे में ट्वीट किया और दावा किया कि इससे किसी की मौत नहीं हुई है।
इसके बाद तो पूरे वर्ष के दौरान केवल एक ही घटना का दबदबा रहा। दूसरे विश्वयुद्ध के बाद से ऐसा कभी नहीं हुआ था। विश्व युद्धों के समान ही इस मामले में भी जीत के झूठे दावे भी किए गए।
फिलहाल हम भी ऐसी ही छद्म जीत के भ्रम में जी रहे हैं। आम जनता और बाजार दोनों में टीका विकसित होने और उसे मंजूरी मिलने की खुशखबरी से ही उत्साह की यह भावना उत्पन्न हुई है। इस तथ्य की अनदेखी की जा रही है कि महामारी इस समय अत्यंत नाजुक अवस्था में है। महामारी का व्यापक प्रसार हो चुका है और अनेक लोगों के शरीर से गुजरने के बाद इसके स्वरूप में भी ऐसे बदलाव होने लगे हैं जो समस्या पैदा कर सकते हैं। इनमें से दो बदले हुए स्वरूप खासतौर पर चिंताजनक हैं जो क्रमश: दक्षिण अफ्रीका और ब्रिटेन में पाए गए हैं। वायरस के ये दोनों प्रकार नोवल कोरोनावायरस के मूल स्वरूप की तुलना में कहीं अधिक तेजी से फैलते हैं।
हाल ही में खासतौर पर ब्रिटेन में पाए गए नए स्वरूप के वायरस को लेकर कुछ अकादमिक शोध भी सामने आया है। इस बात पर आम सहमति है कि नए वायरस के कारण संक्रमण दर या ‘आर’ दर में 50 से 70 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। यह बात खासतौर पर दिक्कत वाली है क्योंकि संक्रमण की दर से ही यह तय होता है कि वायरस कितनी तेजी से प्रसारित होगा। तकनीकी तौर पर समझें तो यदि ‘आर’ दर एक है तो एक संक्रमित एक अन्य व्यक्ति को संक्रमित करता है। यदि दर अधिक होगी तो संक्रमण भी अधिक होगा। जबकि इसके  कम होने का अर्थ है संक्रमण का प्रसार कम होना। दिसंबर के अंतिम सप्ताह में भारत की ‘आर’ दर 0.9 थी। यानी देश में कुल सक्रिय मामलों की तादाद पिछले कुछ समय से कम हो रही है। कारण चाहे जो भी हो लेकिन त्योहारी मौसम और देश के कई इलाकों में गतिविधियां सामान्य हो जाने के बावजूद ‘आर’ दर एक के ऊपर नहीं गई है। परंतु यदि इन नए स्वरूपों में से कोई देश में प्रचलित पुराने कोरोनावायरस की जगह ले लेता है तो देश की ‘आर’ दर बढ़कर 1.4 या उससे भी अधिक हो जाएगी। ‘आर’ दर यदि 1.4 होती है तो हालात इस वर्ष जून और जुलाई जैसे या उससे भी बुरे हो सकते हैं क्योंकि इन दिनों तापमान भी काफी कम है और वायरस सतह पर तथा हवा में अधिक लंबे समय तक बचा रह सकता है।
क्या हमने कोरोनावायरस को लेकर शुरुआती प्रतिक्रिया से कुछ सबक सीखा है? हमें यह सीखने की आवश्यकता थी इस पूरी प्रक्रिया में गति की बहुत अधिक महत्ता है। ताइवान और दक्षिण कोरिया जैसे देशों ने वायरस को आरंभ में ही गंभीरता से लिया। सन 2020 की जनवरी और फरवरी में ही उन्होंने गंभीरता दिखाई और वायरस के प्रसार को सफलतापूर्वक रोक लिया। भारत में सरकार को विपक्षी नेताओं तक ने फरवरी में ही चेतावनी दे दी थी लेकिन मार्च के दूसरे सप्ताह तक हमारे यहां गंभीरता से कदम नहीं उठाए गए। मैं उसी सप्ताह विदेश से भारत आया और दिल्ली हवाई अड्डे पर बस तापमान जांचने की औपचारिकता की गई। किसी ने मुझसे कोई सवाल जवाब तक नहीं किया, न ही मेरी तबियत के बारे में आगे कोई पूछताछ की गई। मैंने स्वयं को स्वैच्छिक रूप से एक सप्ताह के लिए औरों से अलग कर लिया। इसके लिए किसी संस्थान की ओर से न कोई अनुरोध किया गया, न ही कोई पहल की गई। जबकि मैं विदेश के उस इलाके से आया था जहां कोविड-19 के मामले बढ़ रहे थे।
परिणाम स्वरूप जब सरकार ने कदम उठाने शुरू किए तो उसे कड़े कदम अचानक ही उठाने पड़े। मार्च के अंत में लगा लॉकडाउन शायद कुछ देर से उठाया गया कदम था लेकिन यह सही कदम था और इसका समुचित प्रचार किया गया।
फिलहाल कई देशों को यह डर है वायरस का अधिक संक्रामक स्वरूप टीकाकरण के पहले ही कहीं आबादी के अधिक संवेदनशील समूह तक न पहुंच जाए। भारतीय नियामक ने अब दो टीकों को मंजूरी दे दी है लेकिन अनुमान है कि वह अधिकतम 60-70 प्रतिशत तक ही सुरक्षा मुहैया करा पाएगी। सामान्य समय के लिए तो यह काफी बेहतर है लेकिन मौजूदा दौर असाधारण है। यदि महामारी का संक्रमण दोबारा जोर पकड़ता है तो केवल 60 से 70 फीसदी संरक्षण वाला टीका तभी प्रभावी साबित होगा जब उसे तय समय से बहुत जल्दी और बहुत तेज गति से लगाया जाए। जो देश फाइजर और मॉडर्ना के टीके इस्तेमाल कर रहे हैं उन्होंने भी अपने यहां टीकाकरण की प्रक्रिया को लेकर सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है ताकि अधिक से अधिक लोगों को जल्द से जल्द टीका लग सके। इन टीकों का प्रभाव बहुत बेहतर है।
सरकार को तीन चीजों के लिए तैयार रहना होगा। पहला, उसे यह स्वीकार करना होगा वायरस का नया स्वरूप एक बार फिर कड़े लॉकडाउन की वजह बन सकता है। भले ही इस बार राष्ट्रीय स्तर पर नहीं बल्कि स्थानीय स्तर पर लॉकडाउन लगाना पड़े। दूसरा, संक्रमितों का तेजी से पता लगाने को प्रक्रिया सामुदायिक प्रसार के बाद स्थगित सी हो गई है उसे दोबारा अपनाना होगा ताकि नया स्वरूप बहुत अधिक न फैल सके। तीसरा टीकाकरण के मासिक लक्ष्य में पारदर्शिता बरतनी होगी ताकि टीकाकरण और संक्रमण दर का अध्ययन किया जा सके। हम नहीं चाहते कि 2021 भी 2020 जैसा हो।

कोविड -19टीकाडब्ल्यूएचओनिमोनियासंक्रमणस्वास्थ्य
FacebookTwitterLinkedInWhatsAppEmail

संबंधित पोस्ट

  • संबंधित पोस्ट
  • More from author
आज का अखबार

काफी कुछ दांव पर

February 3, 2023 10:57 PM IST0
आज का अखबार

राजधानियों के प्रश्न में उलझा आंध्र प्रदेश

February 3, 2023 10:48 PM IST0
आज का अखबार

बजट में वृहद राजकोषीय चुनौतियों के प्रबंधन पर जोर

February 3, 2023 10:25 PM IST0
आज का अखबार

बैंकिंग क्षेत्र को बजट का करना चाहिए स्वागत

February 3, 2023 10:20 AM IST0
अंतरराष्ट्रीय

हांगकांग और चीन के बीच यात्रा के लिए अब नहीं किया जाएगा COVID-19 टेस्ट

February 3, 2023 1:07 PM IST0
अन्य समाचार

Hindenburg effect: अदाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में जारी है गिरावट,अदाणी एंटरप्राइजेज का शेयर 20 फीसदी टूटा

February 3, 2023 12:23 PM IST0
अंतरराष्ट्रीय

ऑस्ट्रेलिया में 5 डॉलर के नोट पर नहीं दिखेंगे King Charles III

February 2, 2023 12:39 PM IST0
आज का अखबार

Budget 2023: EGR में अदला-बदली पर कर नहीं

February 1, 2023 11:43 PM IST0
आज का अखबार

Budget 2023: कर संग्रह में बदलाव, रकम की योजना पर टीसीएस बढ़ा

February 1, 2023 11:25 PM IST0
आज का अखबार

Budget 2023: नई कर व्यवस्था से मध्यवर्ग को लाभ

February 1, 2023 10:56 PM IST0

Trending Topics


  • Gold Prices Today
  • Stock Market Update
  • Adani Enterprises Share Price
  • Rupee vs Dollar
  • Stocks To Watch
  • Adani FPO
  • New Income Tax Regime
  • Online Gaming | Budget 2023
  • Union Budget 2023

सबकी नजर


DU में अनाथ छात्रों के लिए स्नातक, स्नातकोत्तर में दो-दो सीट आरक्षित, शुल्क से छूट

February 4, 2023 10:57 AM IST

गुजरात के अमरेली में लगे भूकंप के झटके, 3.2 रही तीव्रता

February 4, 2023 10:47 AM IST

दिल्ली: IB निदेशक के आवास पर CRPF के ASI ने की आत्महत्या

February 4, 2023 10:37 AM IST

चीन का एक और निगरानी गुब्बारा लातिन अमेरिका के ऊपर से गुजर रहा : पेंटागन

February 4, 2023 10:10 AM IST

आज नहीं चलेंगी 300 से अधिक ट्रेनें, भारतीय रेलवे ने शताब्दी समेत कई गाड़ियों को किया रद्द

February 4, 2023 9:50 AM IST

Latest News


  • DU में अनाथ छात्रों के लिए स्नातक, स्नातकोत्तर में दो-दो सीट आरक्षित, शुल्क से छूट
    by भाषा
    February 4, 2023
  • गुजरात के अमरेली में लगे भूकंप के झटके, 3.2 रही तीव्रता
    by भाषा
    February 4, 2023
  • दिल्ली: IB निदेशक के आवास पर CRPF के ASI ने की आत्महत्या
    by भाषा
    February 4, 2023
  • चीन का एक और निगरानी गुब्बारा लातिन अमेरिका के ऊपर से गुजर रहा : पेंटागन
    by भाषा
    February 4, 2023
  • आज नहीं चलेंगी 300 से अधिक ट्रेनें, भारतीय रेलवे ने शताब्दी समेत कई गाड़ियों को किया रद्द
    by बीएस वेब टीम
    February 4, 2023
  • चार्ट
  • आज का बाजार
60841.88 
IndicesLastChange Chg(%)
सेंसेक्स60842
9101.52%
निफ्टी60842
9100%
सीएनएक्स 50014962
1230.83%
रुपया-डॉलर81.91
--
सोना(रु./10ग्रा.)51317.00
0.00-
चांदी (रु./किग्रा.)66740.00
0.00-

  • BSE
  • NSE
CompanyLast (Rs)Gain %
Mahindra Life.379.208.31
Adani Ports498.857.98
AAVAS Financiers1996.757.33
Titan Company2463.206.87
Bank of Baroda163.656.20
Rajesh Exports946.906.15
आगे पढ़े  
CompanyLast (Rs)Gain %
Mahindra Life.380.058.80
Adani Ports498.857.87
AAVAS Financiers1998.657.37
Titan Company2463.106.72
Bank of Baroda163.606.20
Ambuja Cements373.605.97
आगे पढ़े  

# TRENDING

Gold Prices TodayStock Market UpdateAdani Enterprises Share PriceRupee vs DollarStocks To WatchAdani FPONew Income Tax RegimeOnline Gaming | Budget 2023Union Budget 2023
© Copyright 2023, All Rights Reserved
  • About Us
  • Authors
  • Partner with us
  • Jobs@BS
  • Advertise With Us
  • Terms & Conditions
  • Contact Us