हॉलीवुड की नामी-गिरामी स्टूडियोज का बॉलीवुड प्रेम तो बढ़ता ही जा रहा है। दिन ब दिन हॉलीवुड के बड़े नाम भारत की ओर खींचे चले आ रहे हैं।
अब ट्वंटीएथ सेंचुरी फॉक्स फिल्म कॉपरेशन बॉलीवुड में भी उतरने जा रही है। इसके लिए उसने अपने मालिक रूपर्ट मर्डोक की ही एक दूसरी कंपनी, स्टार इंडिया का दामन थाम लिया है।
इन दोनों इसके लिए एक संयुक्त उपक्रम बनाने की घोषणा की है। यह संयुक्त उपक्रम की किस प्रकार का होगा, इसके बारे में खुलासा नहीं किया गया है।
उम्मीद है कि स्टार इंडिया के निदेशक (रणनीति व व्यवसायिक विकास) विजय सिंह इस उपक्रम के मुखिया होंगे।
इस बारे में पूछे जाने पर स्टार के प्रवक्ता ने कुछ भी कहने से साफ इनकार कर दिया। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि ट्वंटीएथ सेंचुरी फॉक्स बतौर एक निर्माता कंपनी काम करेगी।
यह उपक्रम यहां बॉलीवुड के सितारों को ही लेकर हिन्दी फिल्में बनाएगी। वैसे, ट्वंटीएथ सेंचुरी फॉक्स भी वही बिजनेस मॉडल अपना रही है, जिसके सहारे हॉलीवुड की दूसरी कंपनियों ने बॉलीवुड में अपनी जगह बनाई।
पिछले साल सोनी पिक्चर्स ने ‘सांवरिया’ बनाने के लिए संजय लीला भंसाली का दामन थामा था। वहीं, हॉलीवुड की एक और बड़े स्टूडियो वाल्ट डिजनी ने यशराज फिल्म्स के साथ मिलकर एक एनिमेशन फिल्म ‘रोडसाइड रोमियो’ बनाने में जुटी हुई है।
वार्नर बद्रर्स भी भारत आने की जोर-शोर से तैयारी कर रही है। इसके लिए वह देसी स्टारों और निर्देशकों के साथ बात कर रही है।
सूत्रों की हॉलीवुड की बड़ी-बड़ी स्टूडियोज के बीच मची यह भारतीय होड़ ट्वंटीएथ सेंचुरी फॉक्स के आने से और भी तेज हो जाएगी।
उनके मुताबिक अब तो यूनिवर्सल स्टूडियो और एनबीसी यूनिवर्सल भी भारत की तरफ तेज कदम बढ़ाएगी। एनबीसी यूनिवर्सल ने हाल ही में एनडीटीवी में कुछ ही दिनों पहले हिस्सेदारी खरीदी है।
वैसे, ट्वंटीएथ सेंचुरी फॉक्स के लिए हिन्दुस्तानी मिट्टी नई नहीं है। इसने 10 सालों तक यहां फिल्म वितरण के काम किया है। हालांकि, इस दो साल पहले इसने अपनी हिन्दुस्तानी दुकान बंद कर दी थी।
इसने भारत में करीब 70 फिल्मों का वितरण किया है, जिसमें स्टार वार्स, डाई अनदर डे, टाइटेनिक और डे ऑफ्टर टूमारो जैसी सुपरहिट फिल्में शामिल हैं।
इसने ‘पिंजर’ और ‘झनकार बीट्स’ जैसी हिन्दी फिल्मों का भी वितरण किया है।