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Gold ETF: टैक्स में बदलाव से सिर्फ अगस्त में हुआ 1,611 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड निवेश, सोने की स्थिति मजबूत

विशेषज्ञ बढ़े निवेश का कारण अगस्त में सोने की कीमतों में सुधार के बताते हैं जिससे सोना आकर्षक निवेश विकल्प बन गया है।

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अभिषेक कुमार   
Last Updated- September 16, 2024 | 1:01 PM IST

इस साल अगस्त में गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंडों (ईटीएफ) में 1,611 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड निवेश दर्ज किया गया। इसने फरवरी 2020 में 1,483 करोड़ रुपये के पिछले उच्च स्तर को पार कर लिया। निवेश में यह बढ़ोतरी सोने में फिर से बढ़ती दिलचस्पी की ओर इशारा करती है, जो हाल में लाए गए लंबी अवधि के पूंजीगत लाभ (एलटीसीजी) कर के फायदे और नए सॉवरिन गोल्ड बॉन्ड न आने से बढ़ा है। सिर्फ दो महीनों में गोल्ड ईटीएफ में 2,948 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है जो पिछले छह महीनों में हुए कुल निवेश के बराबर है।

इस साल 23 जुलाई को पेश हुए केंद्रीय बजट में गोल्ड ईटीएफ और गोल्ड फंड ऑफ फंड्स के लिए भी एलटीसीजी कर लाभ दिए गए हैं जिससे इस रुझान को बल मिला है। अगर कम से कम दो वर्षों के लिए निवेश किया गया है और इसे अप्रैल 2026 के बाद तो भुनाया जाता है तो 12.5 फीसदी की दर से कर लगेगा। फिलहाल, लाभ पर निवेशक की स्लैब दर से कर लगता है।

विशेषज्ञ बढ़े निवेश का कारण अगस्त में सोने की कीमतों में सुधार के बताते हैं जिससे सोना आकर्षक निवेश विकल्प बन गया है।

मॉर्निंगस्टार इन्वेस्टमेंट रिसर्च के एसोसिएट डायरेक्टर और शोध प्रबंधक हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा, ‘अगस्त में सोने की कीमतों में गिरावट से निवेश को बल मिला है और इससे ही निवेशकों ने खरीदारी बढ़ाई है। दुनिया भर में मुद्रास्फीति दबाव और ब्याज दरों में अनिश्चितताओं ने महंगाई के खिलाफ सुरक्षित निवेश विकल्प के तौर पर सोने की स्थिति को मजबूत किया है। इन्हीं कारणों से हाल के वर्षों में निवेशक सोने के प्रति लगातार आकर्षित हुए हैं।’

First Published : September 15, 2024 | 9:36 PM IST