Money Management Tips
Janmashtami Special: जन्माष्टमी पर दही हांडी की परंपरा सिर्फ उत्सव का हिस्सा ही नहीं है, बल्कि इससे मनी मैनेजमेंट और निवेश के कई अहम सबक भी लिए जा सकते हैं। एक्सपर्ट ने बताया कि जिस तरह गोविंदाओं की टीम मजबूत नींव, धैर्य और रणनीति के साथ हांडी तक पहुंचती है, उसी तरह निवेशक भी सही प्लानिंग से अपने फाइनेंशियल गोल पूरे कर सकते हैं।
निवेश का सबसे बड़ा सबक है—लालच से बचें। जिस तरह दही हांडी में टीम जल्दबाजी या लालच में गिर सकती है, वैसे ही निवेश में लालच लंबे समय के लक्ष्य को बिगाड़ देता है। धैर्य और अनुशासन से निवेश करना ही सफलता की कुंजी है।
जल्दबाजी में बनाई गई पिरामिड टीम हांडी तक नहीं पहुंच पाती। निवेश में भी जरूरत से ज्यादा रिस्क लेने पर नुकसान हो सकता है। हर निवेशक को उतना ही रिस्क लेना चाहिए जितना वह झेल सके।
दही हांडी में टीम कई बार अपनी रणनीति बदलकर लक्ष्य तक पहुंचती है। निवेशकों को भी यही नियम अपनाना चाहिए। अगर किसी निवेश में लगातार नुकसान दिखे, तो स्ट्रैटजी बदलने में देर नहीं करनी चाहिए।
दही हांडी की सफलता टीम के मजबूत आधार पर निर्भर करती है। निवेश की दुनिया में यह आधार SIP जैसे निवेश विकल्पों से बनता है। छोटे-छोटे निवेश समय के साथ बड़ा फंड तैयार कर सकते हैं।
दही हांडी हो या निवेश—दोनों में धैर्य सबसे अहम है। लंबे समय तक अनुशासन बनाए रखने वाले निवेशक ही अपने रिटायरमेंट फंड और अन्य वित्तीय लक्ष्यों को हासिल कर पाते हैं।
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नोट: मनी मैनेजमेंट संबंधी ये जानकारी बीपीएन फिनकैप के डायरेक्टर ए के निगम से बातचीत पर आधारित है।