Gold ETF: गोल्ड के लिए पिछला महीना जबरदस्त उतार-चढ़ाव भरा रहा रहा। घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार दोनों में कीमतें ऑल टाइम हाई पर पहुंच गई। हालांकि उसके बाद कीमतों में करेक्शन देखने को मिला। फिर भी गोल्ड ने अप्रैल के दौरान 4 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दिया। सेंट्रल बैंकों की तरफ से सोने की हो रही जबरदस्त खरीदारी और जियो-पॉलिटिकल टेंशन इस धातु की कीमतों के लिए सबसे ज्यादा मददगार रहे। लेकिन रिकॉर्ड हाई से कीमतों में आई तेज गिरावट के बीच गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF) में निवेश लगातार 12 महीने के इनफ्लो के बाद अप्रैल में घटा।
देश के कुल 17 गोल्ड ETF (Gold Exchange Traded Fund) से अप्रैल 2024 के दौरान 395.69 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी दर्ज की गई। जबकि पिछले साल की समान अवधि के दौरान गोल्ड ईटीएफ में 124.54 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश हुआ था। मार्च 2024 के दौरान इसमें 373.36 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश (inflow) हुआ।
कैलेंडर ईयर 2024 के पहले तीन महीनों (जनवरी-मार्च) के दौरान गोल्ड ईटीएफ में कुल 2028.04 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश हुआ।
एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़ों के अनुसार लगातार 12 महीने के इनफ्लो के बाद अप्रैल में गोल्ड ईटीएफ से लोगों ने पैसे निकाले। इससे पहले कैलेंडर ईयर 2023 में सिर्फ दो महीने यानी जनवरी और मार्च के दौरान गोल्ड ईटीएफ से निकासी (outflow) दर्ज की गई थी। जनवरी 2023 और मार्च 2023 के दौरान क्रमश: 199.43 करोड़ रुपये और 266.57 करोड़ रुपये की निकासी हुई थी। जबकि अन्य 10 महीनों के दौरान निवेश हुआ।
वहीं वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान गोल्ड ईटीएफ में निवेश 5,248.46 करोड़ रुपये बढ़ा। इससे पहले किसी भी वित्त वर्ष के दौरान गोल्ड ईटीएफ में निवेश में इतनी बढ़ोतरी नहीं देखी गई थी। पिछले वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान गोल्ड ईटीएफ में निवेश में 652.81 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ था।
कैलेंडर ईयर 2023 के दौरान भारत में गोल्ड ईटीएफ में 2,923.81 करोड़ रुपये का नेट (शुद्ध) निवेश हुआ। जो कैलेंडर ईयर 2022 के मुकाबले 6 गुना ज्यादा है। कैलेंडर ईयर 2022 के दौरान 11 गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF) में कुल 458.79 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था।
कैलेंडर ईयर 2024 में गोल्ड ईटीएफ में निवेश/निकासी (inflow/outflow)
जनवरी : +997.22 करोड़ रुपये
फरवरी: + 657.46 करोड़ रुपये
मार्च: +373.36 करोड़ रुपये
अप्रैल: -395.69 करोड़ रुपये
कैलेंडर ईयर 2023 में गोल्ड ईटीएफ में निवेश/निकासी (inflow/outflow)
जनवरी : -199.43 करोड़ रुपये
फरवरी: +165.42 करोड़ रुपये
मार्च: -266.57 करोड़ रुपये
अप्रैल: +124.54 करोड़ रुपये
मई: +103.12 करोड़ रुपये
जून: +70.32 करोड़ रुपये
जुलाई: +456.15 करोड़ रुपये
अगस्त: +1,028.06 करोड़ रुपये
सितंबर: +175.29 करोड़ रुपये
अक्टूबर: +841.23 करोड़ रुपये
नवंबर: +337.37 करोड़ रुपये
दिसंबर: +88.31 करोड़ रुपये
(स्रोत: AMFI)
अप्रैल के दौरान कहां तक पहुंची गोल्ड की कीमतें
सोने (gold) की कीमतें 12 अप्रैल 2024 को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार दोनों में अपने ऑल टाइम हाई पर पहुंच गई। अंतरराष्ट्रीय मार्केट (global market) में 12 अप्रैल को स्पॉट गोल्ड (spot gold) इंट्राडे ट्रेडिंग में बढ़कर 2,431.29 डॉलर प्रति औंस की रिकॉर्ड ऊंचाई तक चला गया। इसी तरह यूएस फरवरी गोल्ड फ्यूचर्स भी 2,448.80 की रिकॉर्ड ऊंचाई तक जा पहुंचा।
ठीक इसी तरह घरेलू बाजार में 12 अप्रैल 2024 को इंट्राडे ट्रेडिंग में बेंचमार्क जून फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट एमसीएक्स (MCX) पर बढ़कर 73,958 रुपये प्रति 10 ग्राम के ऑल टाइम हाई (new all-time high) पर पहुंच गया। घरेलू हाजिर (स्पॉट) बाजार में भी उसी दौरान सोने की कीमतें अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई। Indian Bullion and Jewellers Association (IBJA) के अनुसार सोना 24 कैरेट (999) 12 अप्रैल 2024 को 73,596 रुपये प्रति 10 ग्राम की नई ऊंचाई पर देखा गया।
हालांकि उसके बाद कीमतें नीचे आ गई हैं। फिलहाल घरेलू बाजार में एमसीएक्स पर सोना 71 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के आस-पास है। वहीं अंतरराष्ट्रीय बाजार में यह 2,300 डॉलर प्रति औंस के थोड़ा ऊपर है।
ग्लोबल लेवल पर आउटफ्लो अभी भी जारी
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (World Gold Council) की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक ग्लोबल लेवल पर लगातार 11वें महीने अप्रैल के दौरान गोल्ड ईटीएफ से निकासी (outflow) जारी रही।
अप्रैल 2024 के दौरान ग्लोबल लेवल पर गोल्ड ईटीएफ से 2.2 बिलियन डॉलर (33.2 टन सोने की वैल्यू के बराबर) की निकासी हुई जबकि मार्च में 0.8 बिलियन डॉलर (13.6 टन) की निकासी की गई थी। इससे पहले फरवरी, जनवरी, दिसंबर, नवंबर, अक्टूबर, सितंबर, अगस्त, जुलाई और जून के दौरान क्रमश: 2.9 बिलियन डॉलर (48.7 टन), 2.8 बिलियन डॉलर (50.9 टन), 1.1 बिलियन डॉलर (9.5 टन), 0.9 बिलियन डॉलर (9.4 टन), 2.1 बिलियन डॉलर (36.5 टन), 3.2 बिलियन डॉलर (58.7 टन), 2.5 बिलियन डॉलर (45.7 टन), 2.3 बिलियन डॉलर (34.7 टन) और 3.7 बिलियन डॉलर (55.9 टन) की निकासी की गई थी।
इससे पहले मई 2023 में गोल्ड ईटीएफ में 1.7 बिलियन डॉलर (19.3 टन सोने) का शुद्ध निवेश (inflow) हुआ था। मार्च और अप्रैल में भी गोल्ड ईटीएफ में निवेश क्रमश: 1.9 बिलियन (32.1 टन) और 0.8 बिलियन डॉलर (15.4 टन) बढ़ा था। हालांकि इससे पहले अप्रैल 2022 से लेकर फरवरी 2023 तक लगातार 11 महीने गोल्ड ईटीएफ में निवेश घटा था।
Gold ETF flows month-wise (tonnes/ USD)
अप्रैल 2024: -2.2 बिलियन डॉलर (33.2 टन)
मार्च 2024: -0.8 बिलियन डॉलर (13.6 टन)
फरवरी 2024: -2.9 बिलियन डॉलर (48.7 टन)
जनवरी 2024: -2.8 बिलियन डॉलर (50.9 टन)
दिसंबर 2023: -1.1 बिलियन डॉलर (9.5 टन)
नवंबर2023: -0.9 बिलियन डॉलर (9.4 टन)
अक्टूबर 2023: -2.1 बिलियन डॉलर (36.5 टन)
सितंबर 2023: -3.2 बिलियन डॉलर (58.7 टन)
अगस्त 2023: -2.5 बिलियन डॉलर (45.7 टन)
जुलाई 2023: -2.3 बिलियन डॉलर (34.7 टन)
जून 2023: -3.7 बिलियन डॉलर (55.9 टन)
मई 2023: -1.7 बिलियन डॉलर (19.3 टन)
अप्रैल 2023: -0.8 बिलियन डॉलर (15.4 टन)
मार्च 2023: -1.9 बिलियन (32.1 टन)
(Source: World Gold Council)
इससे पहले जब 2020 में सोने ने रिकॉर्ड बनाया था तो कीमतों को सबसे ज्यादा सपोर्ट इन्वेस्टमेंट डिमांड से मिला था। लेकिन फिलहाल स्थिति अलग है। कीमतों में तूफानी तेजी के बावजूद इन्वेस्टमेंट डिमांड में सुस्ती है। मार्च-मई 2023 की अवधि को निकाल दें तो अप्रैल 2022 से इन्वेस्टमेंट डिमांड लगातार नेगेटिव जोन में है।
2020 में गोल्ड ईटीएफ में निवेश 49.4 बिलियन डॉलर (892.1 टन) बढ़ा था। हालांकि उसके बाद 2021 और 2022 में यह क्रमश: 8.9 बिलियन डॉलर (188.8 टन) और 2.9 बिलियन डॉलर (109.5) टन घटा। कैलेंडर ईयर 2023 के दौरान गोल्ड ईटीएफ से कुल 14.7 बिलियन डॉलर (244.4 टन) की निकासी हुई।
Gold ETF flows year-wise (tonnes/ USD)
2023: -14.7 बिलियन डॉलर (-244.4 टन)
2022: -2.9 बिलियन डॉलर (-109.5)
2021: -8.9 बिलियन डॉलर (-188.8 टन)
2020: +49.4 बिलियन डॉलर (+892.1 टन)
2019: +19.6 बिलियन डॉलर (+403.6 टन)
2018: +3.9 बिलियन डॉलर (+70.2 टन)
(Source: World Gold Council)