EPFO 3.0 में आसान होगा डेथ क्लेम, मिलेगी ऑनलाइन KYC और रियल टाइम अकाउंट की जानकारी | फाइल फोटो
EPFO 3.0: सोचिए, अगर आपको अचानक पैसों की जरूरत हो और बैंक जाने या लंबा फॉर्म भरने की झंझट न उठानी पड़े। बस ATM कार्ड का इस्तेमाल करें या मोबाइल से UPI करें और आपका PF सीधे आपके खाते में आ जाए। सुनने में यह थोड़ा अजीब लगता है, लेकिन अब यह हकीकत बनने वाला है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) जल्द ही अपनी नई डिजिटल सेवा ‘EPFO 3.0’ लॉन्च करने जा रहा है। PM इकोनॉमी एडवाइजर काउंसिल के सदस्य इकोनॉमिस्ट संजीव सान्याल ने EPFO में बड़े बदलाव के संकेत दिए हैं। यह बड़ा बदलाव 2025 में ही लागू होगा और देश के 8 करोड़ से ज्यादा कर्मचारियों को फायदा पहुंचाएगा।
पहले जहां PF निकालने या ट्रांसफर करने में हफ्तों लग जाते थे, अब वही काम कुछ ही मिनटों में हो जाएगा। मोबाइल ऐप, डिजिटल डैशबोर्ड और UPI पेमेंट जैसी सुविधाएं कर्मचारियों के जीवन को बेहद आसान बना देंगी। EPFO 3.0 न केवल पैसे निकालने को सरल बनाएगा, बल्कि जानकारी अपडेट करने, क्लेम करने और ट्रांसफर जैसी प्रक्रियाओं को भी तेज कर देगा।
इसकी शुरुआत जून 2025 से ही होने वाली थी, लेकिन तकनीकी परीक्षणों की वजह से टल गई। लेकिन अब यह इंतजार ज्यादा लंबा नहीं रहेगा। इंफोसिस, विप्रो और TCS जैसी IT कंपनियां इसे सुरक्षित और भरोसेमंद बनाने में जुटी हैं। सरकार का दावा है कि यह अपग्रेड भारत की सामाजिक सुरक्षा व्यवस्था को नई ताकत देगा और कर्मचारियों का भरोसा और भी मजबूत करेगा।
EPFO 3.0 का सबसे बड़ी खासियत यह होगी कि अब PF का पैसा आसानी से निकाला जा सकेगा। अब कर्मचारी अपने यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) को एक्टिव करके और आधार को बैंक खाते से जोड़कर सीधे ATM से पैसे निकाल सकेंगे। यह सुविधा खास तौर पर इमरजेंसी में बहुत उपयोगी होगी। पहले PF निकालने के लिए कई दिनों तक इंतजार करना पड़ता था। इसके लिए ऑनलाइन या ऑफलाइन आवेदन करना पड़ता था। साथ ही एम्प्लॉयर्स से अनुमति लेनी पड़ती थी। लेकिन अब यह प्रक्रिया पूरी तरह स्वचालित होगी। कर्मचारी बिना किसी झंझट के अपने पैसे निकाल सकेंगे।
इसके अलावा, UPI के जरिए भी PF की राशि निकाली जा सकेगी। Google Pay, PhonePe या Paytm जैसे ऐप्स का इस्तेमाल करके कर्मचारी तुरंत अपने पैसे का इस्तेमाल कर सकेंगे। यह सुविधा भारत के डिजिटल पेमेंट सिस्टम के साथ तालमेल रखती है। सरकार का डिजिटल इंडिया मिशन भी इस बदलाव को बढ़ावा दे रहा है। इससे कर्मचारियों को इमरजेंसी में तुरंत आर्थिक मदद मिलेगी। हालांकि, निकासी की एक सीमा तय होगी। यह सुनिश्चित करेगा कि कर्मचारी अपने रिटायरमेंट फंड का दुरुपयोग न करें। यह कदम कर्मचारियों को वित्तीय लचीलापन देगा। साथ ही यह PF सिस्टम में भरोसा बढ़ाएगा।
EPFO 3.0 एक नया मोबाइल-फ्रेंडली प्लेटफॉर्म लेकर आएगा। यह कर्मचारियों को अपने PF खाते को आसानी से इस्तेमाल करने में मदद करेगा। नया डिजिटल डैशबोर्ड यूजर-फ्रेंडली होगा। कर्मचारी अपने फोन से कभी भी, कहीं भी अपने खाते की जानकारी देख सकेंगे। इसमें जमा राशि, क्लेम की स्थिति और अन्य डिटेल्स शामिल होंगे। पहले कर्मचारियों को PF ऑफिस जाना पड़ता था। या फिर मुश्किल ऑनलाइन प्रक्रिया से गुजरना पड़ता था। लेकिन अब यह सब कुछ मोबाइल पर उपलब्ध होगा।
इसके साथ ही, कर्मचारी अपने नाम, जन्मतिथि या अन्य जानकारी में सुधार ऑनलाइन कर सकेंगे। इसके लिए OTP वेरिफिकेशन की सुविधा होगी। इससे ऑफिस में लंबी कतारों और कागजी कार्रवाई से छुटकारा मिलेगा। कर्मचारियों को अपने खाते की स्थिति रियल-टाइम में पता चल सकेगी। यह डिजिटल बदलाव पारदर्शिता को बढ़ाएगा। कर्मचारी अपने रिटायरमेंट फंड को बेहतर तरीके से समझ सकेंगे। यह सुविधा खास तौर पर उन लोगों के लिए फायदेमंद होगी जो तकनीक का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं। सरकार का मानना है कि यह कदम कर्मचारियों को सशक्त बनाएगा।
EPFO 3.0 में डेथ क्लेम की प्रक्रिया को भी आसान किया जाएगा। पहले मृतक सदस्य के परिवार को क्लेम के लिए कई डॉक्यूमेंट्स जमा करने पड़ते थे। नाबालिग नॉमिनी के लिए गार्जियनशिप सर्टिफिकेट की जरूरत होती थी। लेकिन अब इस सर्टिफिकेट की अनिवार्यता खत्म कर दी गई है। इससे परिवारों को जल्दी वित्तीय सहायता मिल सकेगी। यह बदलाव खास तौर पर उन परिवारों के लिए राहतकारी होगा जो मुश्किल समय से गुजर रहे होंगे।
इसके अलावा, EPFO ने आधार के जरिए KYC प्रक्रिया को भी सरल बनाया है। कर्मचारी अब आसानी से अपने आधार के जरिए KYC पूरी कर सकेंगे। यह प्रक्रिया तेज और सुरक्षित होगी। नौकरी बदलने पर PF ट्रांसफर की प्रक्रिया भी आसान हो गई है। पहले इसके लिए लंबी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता था। लेकिन अब यह काम कुछ ही क्लिक में हो जाएगा। ये सभी बदलाव कर्मचारियों के समय और मेहनत को बचाएंगे।
EPFO 3.0 को इंफोसिस, विप्रो और TCS जैसी बड़ी IT कंपनियों के सहयोग से विकसित किया जा रहा है। ये कंपनियां इस प्लेटफॉर्म को सुरक्षित और बिना किसी तकनीकी गड़बड़ी के तैयार कर रही हैं। सरकार का कहना है कि यह डिजिटल अपग्रेड EPFO के इतिहास में सबसे बड़े सुधारों में से एक होगा। यह न केवल कर्मचारियों की सुविधा बढ़ाएगा, बल्कि भारत की सामाजिक सुरक्षा व्यवस्था को भी मजबूत करेगा।