मल्टीबैगर रिटर्न देने वाली कंपनी Websol Energy System ने पहली बार स्टॉक स्प्लिट का ऐलान किया है। कंपनी ने कहा कि उसके शेयरों को 1:10 रेश्यो में स्प्लिट किया जाएगा। यानी एक शेयर जिसकी फेस वैल्यू अभी 10 रुपये है, वह टूटकर 10 शेयरों में बदल जाएगा, जिनकी फेस वैल्यू 1 रुपये होगी। कंपनी का कहना है कि यह कदम शेयरों को अधिक किफायती बनाकर छोटे निवेशकों के लिए आसान पहुंच बनाने के लिए उठाया गया है। हालांकि, इससे कंपनी की कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन या निवेशकों की कुल होल्डिंग वैल्यू पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
कंपनी ने बताया है कि स्टॉक स्प्लिट की प्रक्रिया अक्टूबर 2025 तक पूरी होने की उम्मीद है। इसके लिए शेयरधारकों की मंजूरी जरूरी होगी, जो 29 सितंबर 2025 को होने वाली 35वीं वार्षिक आम बैठक (AGM) में ली जाएगी। यह बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और अन्य ऑडियो विजुअल माध्यमों के जरिए आयोजित की जाएगी।
स्टॉक स्प्लिट के साथ-साथ वेबसोल एनर्जी ने अपने कारोबार को बढ़ाने के लिए बड़ी विस्तार योजना भी घोषित की है। कंपनी ने बताया कि वह सोलर सेल और मॉड्यूल्स के उत्पादन में 4 गीगावाट (GW) की नई कैपेसिटी जोड़ेगी। यह विस्तार दो चरणों में पूरा होगा। पहला चरण जून 2027 तक और दूसरा चरण जून 2028 तक। इस योजना में करीब 3,000 करोड़ रुपये का निवेश होगा, जिसे बैंक लोन, इक्विटी और इंटरनल फंड से पूरा किया जाएगा। इस विस्तार के लिए कंपनी एक नई सहायक कंपनी भी बनाएगी, जिसका नाम “Websol Renewables” या इसी तरह का होगा।
वेबसोल एनर्जी भारत में फोटोग्राफिक क्रिस्टलाइन सोलर सेल और मॉड्यूल्स का निर्माण करती है। इनका इस्तेमाल सौर ऊर्जा पैनलों के लिए किया जाता है, जो औद्योगिक और कमर्शियल जरूरतों को पूरा करते हैं।
शेयर बाजार में वेबसोल एनर्जी के शेयर ने निवेशकों को शानदार रिटर्न दिए हैं। 1 सितंबर 2025 को इसका शेयर बीएसई पर 1,343.05 रुपये पर बंद हुआ, जो पिछले दिन से 1.45 प्रतिशत ज्यादा है। कंपनी का मार्केट कैप करीब 5,668.52 करोड़ रुपये है। रिटर्न की बात करें तो पिछले पांच साल में इसने 6665 प्रतिशत, तीन साल में 1,377 प्रतिशत और सिर्फ दो साल में करीब 988 प्रतिशत का रिटर्न दिया है।