महंगाई की दर आखिर दो अंकों पर आ ही गई और शुक्रवार को यह पिछले तेरह साल का रिकार्ड तोड़ते 11.05 फीसदी पर पहुंच गई।
बीएसई सेंसेक्स और एस ऐंड पी सीएनएक्स निफ्टी अपने अहम सपोर्ट स्तर से नीचे बंद हुए हैं जिससे लगता है कि अगले हफ्ते बाजार में और गिरावट देखी जा सकती है। महंगाई के आंकड़े ने किसी भी सेक्टर को नहीं बख्शा है और सेंसेक्स में केवल ओएनजीसी को छोड़ बाकी सभी शेयर टूटकर बंद हुए हैं।
निफ्टी वायदा में मंदड़ियों ने ताजा शार्ट पोजीशन ले ली हैं जिससे ओपन इंटरेस्ट करीब 12 फीसदी बढ़ गया है जबकि अभी जून वायदा की एक्सपायरी में चार दिन बाकी हैं। और इस समय केवल 19 फीसदी रोलओवर देखा जा रहा है। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के मार्केट एनालिस्ट के मुतबिक शुक्रवार को भारी बिकवाली इस आशंका से हुई है कि महंगाई रोकने के लिए रिजर्व बैंक जल्दी ही कोई कदम उठाएगा।
महंगाई का 11.05 फीसदी का आंकड़ा मई 1995 के बाद सबसे ज्यादा है। दरअसल यह आंकड़ा बाजार की उम्मीद से कहीं ज्यादा है। बाजार को उम्मीद थी कि महंगाई की दर 9.82 के करीब रहेगी। ऐसा नहीं है कि किसानों और कार्पोरेट जगत को सब्सिडी की वजह से केवल भारत में ही महंगाई की दर बढ़ी है। दूसरे देशों को देखें तो यूरोजोन में महंगाई की दर 16 साल के उच्चतम स्तर पर है जबकि ऑस्ट्रेलिया में यह 17 साल के सबसे ऊंच स्तर पर है और पाकिस्तान में तो इसने 30 साल का रिकार्ड तोड़ दिया है।
निफ्टी और सेंसेक्स के टेक्निकल लेवल की बात करें तो यह काफी उलझाऊ है जिससे फिलहाल किसी दिशा का संकेत ले पाना मुश्किल है। टेक्निकल तौर पर सेंसेक्स में 14,600 का स्तर काफी अहम होगा और यही तय करेगा कि बाजार और नीचे जाएगा या नहीं लेकिन सेंसेक्स इस स्तर से नीचे 14,571 पर बंद हुआ है और यही संकेत दे रहा है कि अभी और गिरावट बाकी है।